

देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील में राप्ती और गोर्रा नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे नदी के किनारे बसे ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों को मवेशियों और परिवारों की सुरक्षा को लेकर चिंता बनी हुई है।
ग्रामीणों ने बताई समस्या
Deoria: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर तहसील क्षेत्र में राप्ती और गोर्रा नदियों का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से तेजी से बढ़ रहा है, जिससे नदी के किनारे बसे दर्जनों गांवों के ग्रामीणों में चिंता का माहौल है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, नदी के जलस्तर के बढ़ने से कई गांवों के लोग खतरे में हैं और उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शीतल माझा, पांडे माझा, डहरौली बुजुर्ग, बेलुवार घाट, नकईल, सचौली पटवनिया, भिरवा, छपरा, गाजन डहरौली, नारायणपुर और बहोरा जैसे गांव नदी के तट पर बसे हैं, जो अब बाढ़ के संकट से जूझ रहे हैं।
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ग्रामीणों का कहना है कि नदी का जलस्तर जिस तेजी से बढ़ रहा है, उससे उनकी खेती-बाड़ी और मवेशियों को भी भारी नुकसान हो सकता है। एक ग्रामीण ने कहा, "हमारे लिए यह बहुत कठिन समय है, मवेशियों के साथ-साथ बड़े-बुजुर्ग और बच्चे भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं"। नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है और लोगों के घरों में पानी घुसने की संभावना बढ़ रही है।
वहीं, तहसील प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा उपायों को कड़ा कर दिया है। बाढ़ चौकी केद्रों पर गश्त बढ़ा दी गई है और प्रशासनिक अधिकारी रात में पेट्रोलिंग भी कर रहे हैं। इसके साथ ही, संवेदनशील क्षेत्रों में मिट्टी की बोरियां भरवाकर सुरक्षा के उपाय किए जा रहे हैं। तहसील प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, हम नदी के जलस्तर को लगातार मॉनिटर कर रहे हैं और सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं ताकि किसी भी प्रकार की अप्रत्याशित घटना से बचा जा सके।
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प्रशासन ने नदी के किनारे रहने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और साथ ही उन्हें बाढ़ से बचने के लिए एहतियाती उपाय अपनाने की सलाह दी है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए कई गांवों में राहत और बचाव कार्यों की तैयारी भी की जा रही है।
हालांकि, ग्रामीणों की चिंता अब भी बनी हुई है क्योंकि नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वे प्रशासन से और अधिक सुरक्षा इंतजामों की मांग कर रहे हैं। कई लोग अपने घरों को छोड़कर ऊंचे स्थानों पर जाने की सोच रहे हैं, लेकिन उन्हें भी नदियों के बढ़ते पानी से निकलने में समस्याएं आ रही हैं। इस बीच, प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जारी है और इस संकट से निपटने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।