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देवरिया जिलाधिकारी दिव्या मित्तल और पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सुरक्षा, क़ैदियों की देखभाल, स्वास्थ्य और भोजन व्यवस्था की समीक्षा की तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल
Deoria: गुरुवार को देवरिया जिला कारागार का औचक निरीक्षण जिलाधिकारी दिव्या मित्तल और पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने किया। यह निरीक्षण विशेष रूप से कारागार में सुरक्षा व्यवस्था, कैदियों की देखभाल और उनकी सुविधाओं की समीक्षा के उद्देश्य से किया गया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने सबसे पहले कारागार की सुरक्षा तंत्र का जायजा लिया। उन्होंने सुरक्षा प्रणाली की पूरी जानकारी प्राप्त की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की ढिलाई न होने पाए। पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने विशेष रूप से कहा कि सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह की कमी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता की रिपोर्ट के अनुसार, कारागार में लगे सीसीटीवी कैमरों का संचालन प्रभावी तरीके से हो, इसके लिए संबंधित कर्मियों को दिशा-निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की भी बात कही कि कैदियों की निगरानी हर समय सटीक और सुरक्षित रहे, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कारागार में रहने वाले कैदियों की स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। उन्होंने देखा कि कैदियों को समय-समय पर चिकित्सकीय जांच और दवाइयाँ उपलब्ध हो रही हैं या नहीं। इसके अलावा, उनके भोजन की गुणवत्ता और मात्रा की भी समीक्षा की गई।
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उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि भोजन और स्वास्थ्य सेवा की व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएँ। जिलाधिकारी ने कहा कि कैदियों का सम्मान और उनका स्वास्थ्य सर्वोपरि है।
निरीक्षण के दौरान कारागार में सफाई, पानी की उपलब्धता और अन्य बुनियादी सुविधाओं की भी जांच की गई। अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि सभी सुविधाएँ नियमित रूप से काम कर रही हैं और किसी भी प्रकार की कमी न हो।
जिलाधिकारी ने कारागार के अधीक्षक और अन्य अधिकारियों से कहा कि वे समय-समय पर निरीक्षण करें और सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि किसी भी शिकायत को गंभीरता से लिया जाए और उसका समाधान शीघ्र किया जाए।
निरीक्षण के अंत में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने कारागार के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सुरक्षा, स्वास्थ्य और अन्य व्यवस्थाओं में कोई भी कमी न आए। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि नियमित निरीक्षण और निगरानी के माध्यम से ही कारागार की सुरक्षा और कैदियों की भलाई सुनिश्चित की जा सकती है।
पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने कहा, "कारागार की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। सभी अधिकारियों को समय पर रिपोर्टिंग और निगरानी का ध्यान रखना होगा।"
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि जिला प्रशासन हमेशा कैदियों की सुरक्षा और सुविधा के प्रति सतर्क रहेगा। उन्होंने कहा कि औचक निरीक्षण नियमित रूप से जारी रहेंगे और किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि जेल प्रशासन का उद्देश्य केवल सुरक्षा सुनिश्चित करना नहीं बल्कि कैदियों के मानवाधिकारों और उनके स्वास्थ्य तथा सुविधा की देखभाल करना भी है।