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बरेली में हुई एक घटना ने भयानक सड़क हादसे ने ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन और पुलिस भ्रष्टाचार की कई परतें खोल दीं। इस दुखद घटना में, स्कूटर पर पीछे बैठी महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके पति गंभीर रूप से घायल हो गए। पूरी खबर नीचे देखें
भीड़ ने ट्रक ड्राइवर को पकड़ा
Uttar Pradesh: बुधवार दोपहर बरेली के डेलापीर तिराहा स्टेडियम रोड पर हुए एक भयानक सड़क हादसे ने ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन और पुलिस भ्रष्टाचार की कई परतें खोल दीं। एक तेज रफ्तार ट्रक, जो भारी वाहनों के लिए प्रतिबंधित 'नो एंट्री' वाले इलाके में घुस गया था, एक स्कूटर पर जा रहे पति-पत्नी से जोरदार टक्कर मार दी। इस दुखद घटना में, स्कूटर पर पीछे बैठी सुनीता अग्रवाल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके पति मुकेश अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे के तुरंत बाद, गुस्साई भीड़ इकट्ठा हो गई और ट्रक ड्राइवर (ट्रक नंबर UT25FT4639) को पकड़ लिया। जब उससे पूछा गया कि वह प्रतिबंधित 'नो एंट्री' ज़ोन में कैसे घुसा, तो उसके खुलासे ने सबको चौंका दिया। ट्रक ड्राइवर ने डरते हुए बताया, "मैंने एक वर्दी वाले ऑफिसर को ₹100 दिए थे... उसने मुझे अंदर आने दिया।" ड्राइवर के इस कबूलनामे से ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर की जा रही वसूली का खुलासा हुआ, जिससे लोगों का गुस्सा और भड़क गया।
इसी हंगामे के बीच, एक और ट्रक उसी प्रतिबंधित रास्ते पर घुस गया। यह देखकर भीड़ का गुस्सा और बढ़ गया। दूसरे ट्रक ड्राइवर ने भी वही कहानी दोहराई, उसने भी दावा किया कि उसने भी अंदर आने के लिए ₹100 दिए थे। हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि दंगा होने के डर से तीन पुलिस स्टेशनों से पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को तितर-बितर किया और दोनों ट्रकों को ज़ब्त कर लिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने तुरंत कार्रवाई की। एसपी ट्रैफिक, मोहम्मद अकमल खान की रिपोर्ट के आधार पर, ड्यूटी में लापरवाही के लिए चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया और विभागीय जांच शुरू की गई।
सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मी: टीएसआई सतनाम सिंह, हेड कांस्टेबल सोनू कुमार, महिला हेड कांस्टेबल अंजू रानी और कांस्टेबल सौरभ।
होम गार्ड्स के खिलाफ कार्रवाई: होम गार्ड प्रभुदयाल, रामरतन और पीआरडी कर्मी मान सिंह और धर्मपाल के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के लिए पत्राचार शुरू कर दिया गया है।
SSP अनुराग आर्य ने कहा कि प्रतिबंधित इलाके में भारी गाड़ियों का आना एक गंभीर लापरवाही है, और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आशारामपुर के रहने वाले मुकेश अग्रवाल और उनकी पत्नी सुनीता अपनी भतीजी की शादी में शामिल होने के लिए दिल्ली जाने वाले थे। वे कुछ बैंक के काम से बाहर गए थे, तभी यह भयानक हादसा हो गया। घायल मुकेश अग्रवाल को एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिंगापुर में रहने वाले उनके बेटे और बहू को इस घटना के बारे में बता दिया गया है।