

वाराणसी के डाफी प्राथमिक विद्यालय में बारिश के बाद पानी भर गया है, जिससे स्कूल बंद हो गया है और पढ़ाई रुक गई है। जल निकासी की लचर व्यवस्था और प्रशासन की अनदेखी से अभिभावकों में रोष है।
Varanasi: यूपी के वाराणसी जनपद के काशी विद्यापीठ ब्लॉक में स्थित डाफी प्राथमिक विद्यालय एक बार फिर जलभराव की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। बीते दिनों हुई मूसलधार बारिश के बाद विद्यालय परिसर तालाब में तब्दील हो गया है, जिससे बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से ठप हो गई है।
विद्यालय के कक्षों से लेकर मैदान तक चारों ओर घुटनों तक पानी भरा हुआ है। शिक्षक और छात्र दोनों ही इस स्थिति से परेशान हैं। बच्चों के लिए स्कूल पहुंचना असंभव हो गया है और स्कूल प्रशासन को कई दिनों से स्कूल बंद रखना पड़ा है।
वाराणसी-शक्तिनगर हाईवे पर बड़ा हादसा, तेज़ रफ्तार ट्रेलर पलटा, वाहन चालक घायल
स्थानीय निवासी अमन यादव, अजय फौजी, भोला यादव और अभिषेक ने बताया कि हर वर्ष मानसून में यही स्थिति बनती है। वर्षों से जल निकासी की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं की गई है। नगर निगम की लापरवाही के कारण स्कूल, शिक्षक और छात्र सभी प्रभावित हो रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने चिंता जताई कि पानी कई दिनों तक जमा रहता है, जिससे मच्छर, बदबू और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इससे डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों के फैलने की आशंका रहती है। बच्चों की सेहत भी अब खतरे में है।
अभिभावकों और स्थानीय निवासियों ने स्कूल प्रशासन और नगर निगम दोनों की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि हर साल शिकायतों के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया। अस्थायी सफाई या एक-दो बार पानी निकालने से समस्या का हल नहीं होता।
पिछले दो-तीन दिनों से स्कूल पूरी तरह बंद पड़ा है। अभिभावक परेशान हैं कि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। कई बच्चे पहली या दूसरी कक्षा में हैं, जहां निरंतरता जरूरी होती है। पानी भरे होने के कारण बच्चे बाहर खेलने तक नहीं जा पा रहे।
वाराणसी में अब हेलीकॉप्टर से होंगे गंगा आरती और घाट के दर्शन, देखें क्या है नया मास्टरप्लान
अभिभावकों ने मांग की है कि नगर निगम तुरंत जल निकासी की व्यवस्था करे और पूरे स्कूल परिसर को साफ-सुथरा बनवाए। उनका कहना है कि बच्चों की पढ़ाई किसी भी कीमत पर बाधित नहीं होनी चाहिए। यदि यही स्थिति बनी रही तो मजबूरी में स्कूल बदलने तक की नौबत आ सकती है।