

वाराणसी में पहली बार हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने जा रही है, जिससे पर्यटक और श्रद्धालु काशी के घाटों, मंदिरों और गंगा आरती का हवाई दर्शन कर सकेंगे। यह सेवा नमो घाट से 7-8 मिनट की उड़ान में प्रमुख स्थलों का अवलोकन कराया जाएगा।
गंगा आरती
Varanasi: वाराणसी में अब श्रद्धालु और पर्यटक काशी के प्रमुख मंदिरों, घाटों और गंगा आरती का नजारा हेलीकॉप्टर से आसमान से देख सकेंगे। यह नई पहल आने वाले देव दीपावली उत्सव से पहले शुरू की जा रही है, जिससे धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद है। इस सेवा के माध्यम से काशी को भारत के प्रमुख स्काई टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस हेलीकॉप्टर सेवा की उड़ान नमो घाट से भरेगी, जहां पर विशेष रूप से हेलिपैड का निर्माण किया गया है। कंपनी के अनुसार, यहां से तीन-सीटर और छह-सीटर हेलिकॉप्टर उड़ान भरेंगे। हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने वाली कंपनी ने बाबतपुर एयरपोर्ट अथॉरिटी से अनुमति लेकर सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं।
गंगा आरती
करीब 7-8 मिनट की हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों को काशी के पौराणिक और ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन कराए जाएंगे। इन स्थानों में श्री काशी विश्वनाथ धाम, मणिकर्णिका घाट, हरिश्चंद्र घाट, गोदौलिया क्षेत्र, चौक क्षेत्र, काल भैरव मंदिर, रामनगर पुल और अन्य प्रमुख घाट शामिल हैं।
हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने से पहले एचटी लाइन हटाने, हेलिपैड के निर्माण, सुरक्षा इंतजाम, और फ्लाइट टेस्टिंग जैसे जरूरी कार्य पूरे किए जा चुके हैं। सुरक्षा मानकों के अनुसार परीक्षण सफल रहा है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि यह सेवा पूरी तरह सुरक्षित होगी और पर्यटकों को सर्वोत्तम अनुभव मिलेगा।
हेलीकॉप्टर सेवा का किराया फिलहाल तय नहीं किया गया है। इसके लिए इस सप्ताह विभागीय अधिकारियों की बैठक होगी, जिसमें किराए पर निर्णय लिया जाएगा। सेवा की बुकिंग केवल ऑनलाइन माध्यम से होगी, ताकि पारदर्शिता और सुविधा दोनों सुनिश्चित की जा सकें।
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सत्येंद्र कुमार (डीएम, वाराणसी) ने कहा कि हमें हेलीकॉप्टर सेवा का प्रस्ताव मिला है और परीक्षण कराया जा चुका है। यदि सेवा शुरू होती है, तो यह वाराणसी के पर्यटन क्षेत्र को काफी मजबूती देगी। पर्यटकों को काशी का एक नया और दिव्य अनुभव प्राप्त होगा।