

राजस्थान और मध्य प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने चंबल नदी को उफान पर ला दिया है। नदी एक बार फिर अपने रौद्र रूप में दिखाई दे रही है। कोटा बैराज और बनास नदी बांध से भारी मात्रा में छोड़ा गया पानी अब आगरा जनपद के पिनाहट क्षेत्र में खतरे की घंटी बजा चुका है।
चंबल नदी उफान पर
Agra: राजस्थान और मध्य प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने चंबल नदी को उफान पर ला दिया है। नदी एक बार फिर अपने रौद्र रूप में दिखाई दे रही है।
कोटा बैराज और बनास नदी बांध से भारी मात्रा में छोड़ा गया पानी अब आगरा जनपद के पिनाहट क्षेत्र में खतरे की घंटी बजा चुका है। कल जहाँ जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर था, वहीं आज सुबह ये तीन मीटर ऊपर तक पहुँच गया है।
चंबल नदी का रौद्र रूप अब क्षेत्र के तमाम गांवों में कहर बरपा रहा है। खेत जलमग्न हो गए हैं, दर्जनों घर डूब चुके हैं, और कई गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट चुका है। बीहड़ क्षेत्र में अब नावों का सहारा लिया जा रहा है। गोहरा भटपुरा गांव में राहत के लिए नावों का संचालन शुरू कर दिया गया है।
प्रशासन ने बाढ़ चौकियों को अलर्ट पर डाल दिया है और एसडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं। राजस्व विभाग की टीमें भी मौके पर पहुंच रही हैं, और ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
ग्रामीण ने बताया कि गांव में हालत बहुत खराब हो चुकी है। पानी घरों में घुस चुका है। हम लोग अपना सामान और मवेशी लेकर पास के ऊंचे टीले पर आ गए हैं।
बाढ़ की इस विभीषिका ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में ज़रूरत है कि प्रशासन और राहत एजेंसियाँ तेजी से राहत कार्य को अंजाम दें और प्रभावित लोगों तक जल्द से जल्द सहायता पहुँचाई जाए।