

यूपी के सोनभद्र जनपद में कांग्रेस ने डीएफओ कार्यालय के सामने प्रदर्शन करते हुए वृहद वृक्षारोपण के जियो टैग सहित सही आंकड़ों की मांग की।
डीएफओ ऑफिस के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन
Sonbhadra: योगी सरकार द्वारा 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत 12 घंटे में 37.21 करोड़ पौधे लगाने और सोनभद्र जिले को वृहद वृक्षारोपण में टॉप 5 में शामिल करने के दावों को कांग्रेस ने चुनौती दी है। बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रॉबर्ट्सगंज स्थित डीएफओ ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर सरकार के दावों को फर्जी और भ्रामक करार दिया। कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन के दौरान वृहद वृक्षारोपण का सही आंकड़ा जियो टैग सहित उपलब्ध कराने की मांग की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कांग्रेस नेता आशुतोष ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में करोड़ों की संख्या में वृक्षारोपण का दावा किया गया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या वास्तव में जिले के वन क्षेत्र में वृक्षों की संख्या बढ़ी है या घट रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के बड़े दावों के बावजूद जिले में सड़क निर्माण और विकास कार्यों के नाम पर बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई भी हुई है। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने रेंजर को ज्ञापन सौंपकर पौधारोपण के सही आंकड़े एवं उनके जियो टैग की डिटेल देने की मांग की।
कांग्रेस नेता आशुतोष ने बताया कि उन्होंने प्रभागीय वन अधिकारी से जिले में हुए वृक्षारोपण के विवरण को लेकर बात की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले तीन सालों में लगाए गए वृक्षों का अस्तित्व बनाए रहने या कटने का आंकड़ा भी मांगा है। उन्होंने कहा, जैसे-जैसे लाखों की संख्या में पेड़ लगाए जा रहे हैं, वैसे-वैसे क्या जिले में वनों की संख्या में सुधार हुआ है या वनों की कटाई ज्यादा हुई है, इसका सही आंकड़ा होना चाहिए।
कांग्रेस नेता आशुतोष ने की आंकड़ों की मांग
आशुतोष ने कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या फूल वाले पौधे भी वृक्षारोपण के दायरे में आते हैं? उन्होंने कहा कि ऐसे पौधे जो पर्यावरण संरक्षण में सहायक नहीं हैं, उन्हें वृक्षारोपण की सूची में शामिल करके केवल आंकड़ों में इजाफा किया जा रहा है। इसके साथ ही कांग्रेस ने सरकार से यह भी सवाल किया कि जिन पेड़ों की कटाई सड़कों के निर्माण के दौरान हुई, उनकी जगह कितने नए पेड़ लगाए गए और उनका संरक्षण कैसे सुनिश्चित किया जा रहा है।
सोनभद्र जिला प्रदूषण के मामले में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की निगरानी में है। इस जिले में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए कांग्रेस ने सरकार से पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाने की अपील की है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब लाखों पौधे लगाए जा रहे हैं तो यह स्पष्ट होना चाहिए कि वे कहां लगाए जा रहे हैं और उनकी देखभाल किस प्रकार की जा रही है।
कांग्रेस का कहना है कि अभी तक सरकार के वृक्षारोपण कार्यक्रम केवल कागजों तक सीमित दिख रहे हैं, जिनका असली लाभ सोनभद्र के निवासियों को नहीं मिल रहा। उन्होंने वन विभाग से कहा है कि वे पूरे वृक्षारोपण कार्यक्रम का तथ्यात्मक एवं पारदर्शी ब्यौरा दें, जिससे आम जनता और पर्यावरण के हितधारकों को सच्चाई का पता चल सके।
इस प्रदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोर देकर कहा कि पर्यावरण सुरक्षा के लिए वास्तविक और टिकाऊ कदम उठाना आवश्यक है, न कि मात्र आंकड़ों के जाल में फंसाना।
कांग्रेस नेताओं की मांग है कि सरकार तुरंत पूरे वृक्षारोपण अभियान की समीक्षा करे, सही आंकड़े प्रकाशित करे और जियो टैगिंग की पूरी डिटेल उपलब्ध कराए, ताकि जनता को भी भरोसा हो सके कि अभियान प्रभावी रूप से चल रहा है।