

बलिया के हुकुमछपरा घाट पर दाह संस्कार के दौरान पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह और पूर्व सांसद के पुत्र विपुलेंद्र सिंह के समर्थकों में कहासुनी के बाद मारपीट हुई। दोनों पक्षों में झड़प से कई घायल, इलाके में तनाव, पुलिस तैनात।
हुक़ूम छपरा गंगा घाट पर दोनों पक्षों के बीच हुई मारपीट
Ballia News: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां हल्दी थाना अंतर्गत हुकुमछपरा गंगा घाट पर रविवार की शाम उस समय हंगामा हो गया, जब एक पारिवारिक दाह संस्कार के मौके पर पहुंचे भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह और पूर्व सांसद बीरेंद्र सिंह मस्त के पुत्र विपुलेंद्र प्रताप सिंह के समर्थकों के बीच विवाद हो गया। मामला बैरिया थाना क्षेत्र के सोनबरसा निवासी श्याम सुंदर उपाध्याय की पत्नी के अंतिम संस्कार से जुड़ा था।
बताया जा रहा है कि किसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच पहले कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गई। इस दौरान घाट पर ईंट-पत्थर चलने लगे और अफरा-तफरी मच गई।
पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह पर भी हुआ हमला
घटना के समय घाट पर मौजूद पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन विपुलेंद्र प्रताप सिंह के समर्थकों ने कथित तौर पर उन पर भी हमला कर दिया और मारपीट की। घटना के बाद सुरेंद्र सिंह ने अपने बेटे हजारी सिंह को फोन कर जानकारी दी।
उधर, जैसे ही सांसद पुत्र विपुलेंद्र प्रताप सिंह व उनके समर्थक देवराज ब्रह्म मोड़ के पास पहुंचे, विधायक पुत्र हजारी सिंह और उनके समर्थकों ने उन पर हमला कर दिया। दोनों पक्षों के बीच दोबारा मारपीट हुई, जिसमें सांसद पुत्र, विधायक पुत्र और उनके कई समर्थक घायल हो गए।
मारपीट में चले ईंट-पत्थर
सीएचसी में कराया गया मेडिकल, थानों की फोर्स मौके पर
घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह अपने पुत्र व समर्थकों के साथ हल्दी थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद उन्हें सीएचसी सोनबरसा ले जाया गया, जहां उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया।
विवाद को बढ़ता देख प्रशासन ने तत्काल कई थानों की फोर्स मौके पर रवाना कर दी। फिलहाल हुकुमछपरा घाट और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है ताकि हालात काबू में रहें।
दोनों पक्षों के बयान अलग-अलग, जांच में जुटी पुलिस
घटना को लेकर दोनों पक्षों के बयान अलग-अलग हैं। पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह का कहना है कि वह केवल दाह संस्कार में शामिल होने आए थे, जहां उन पर हमला किया गया। उनका आरोप है कि विपुलेंद्र प्रताप सिंह और उनके समर्थकों ने उन्हें पीटा।
वहीं सांसद पुत्र विपुलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि उनका किसी से कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं था, यह झगड़ा उनके समर्थकों और विपक्षी समर्थकों के बीच हुआ। उन्होंने स्वयं पर लगे आरोपों को नकारा है।
क्षेत्र में तनाव, पुलिस कर रही निगरानी
समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच गहमागहमी बनी हुई थी। हल्दी थाना सहित आसपास के थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को संभालने में लगी हुई है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी मात्रा में सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है।
पुलिस का कहना है कि घटना की गहराई से जांच की जा रही है। दोनों पक्षों की ओर से तहरीर मिलने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल क्षेत्र में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।