

महराजगंज जिले के नौतनवा कस्बे में रात का अंधेरा छाते ही सड़कों पर सांडों की कुश्ती शुरू हो जाती है, जो नगरवासियों के लिए खतरे का सबब बन गया है।
सांडों की कुश्ती
Maharajganj: महराजगंज जिले के नौतनवा कस्बे में रात का अंधेरा छाते ही सड़कों पर सांडों की कुश्ती शुरू हो जाती है, जो नगरवासियों के लिए खतरे का सबब बन गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार यह आवारा सांड न केवल आपस में भिड़ते हैं, बल्कि राहगीरों और वाहन चालकों के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन सांडों की वजह से कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, और अब यह रोजमर्रा की समस्या बन गई है।
सड़कों पर मचता है उत्पात
स्थानीय निवासी रमेश यादव ने बताया, "रात होते ही सांड सड़कों पर आ धमकते हैं और एक-दूसरे से भिड़ने लगते हैं। इनके बीच कुश्ती इतनी खतरनाक होती है कि आसपास के लोग डर के मारे घरों से बाहर निकलने से कतराते हैं।" एक अन्य निवासी, शबनम बेगम, ने कहा कि कुछ दिन पहले एक सांड ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे उनके पति को चोट आई।
नगर पालिका और प्रशासन पर उठ रहे सवाल
नगरवासियों का आरोप है कि नगर पालिका और स्थानीय प्रशासन इस समस्या के प्रति उदासीन है। कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। एक दुकानदार, अजय गुप्ता, ने कहा, "हमने कई बार नगर पालिका को आवारा सांडों को पकड़ने के लिए कहा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। ये सांड बाजार क्षेत्र में भी घुस आते हैं, जिससे व्यापार प्रभावित हो रहा है।"
दुर्घटनाओं का बढ़ता ग्राफ
पिछले कुछ महीनों में सांडों की वजह से कई छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं सामने आई हैं। खासकर रात के समय, जब सड़कों पर रोशनी कम होती है, ये सांड अचानक सामने आ जाते हैं, जिससे वाहन चालक संभल नहीं पाते। स्थानीय पुलिस के अनुसार, पिछले तीन महीनों में सांडों से टकराने की वजह से कम से कम पांच लोग घायल हो चुके हैं।
क्या है समाधान?
नगरवासियों ने मांग की है कि प्रशासन तत्काल प्रभाव से आवारा सांडों को पकड़कर गौशालाओं में स्थानांतरित करे। कुछ लोगों ने सुझाव दिया है कि सड़कों पर गति अवरोधक और बेहतर स्ट्रीट लाइटिंग की व्यवस्था की जाए ताकि रात के समय दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
ईओ नौतनवा का नहीं उठ रहा फोन
जब इस बारे में नौतनवा नगर पालिका के अधिकारी से संपर्क किया गया, तो उनका फोन की घंटी तो बज रही है लेकिन उठा नहीं । लगातार कई बार काल व मैसेज किया गया परन्तु ईओ साहब का न फोन उठा न तो कॉल बैक आया।
नगरवासियों की अपील
नौतनवा के निवासियों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है ताकि इस खतरे से निजात मिल सके। स्थानीय लोग अब इस बात से चिंतित हैं कि अगर समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया, तो यह समस्या और गंभीर रूप ले सकती है।