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बुलंदशहर में 14 वर्षीय गरिमा की बाथरूम में गैस गीजर के चलते दम घुटने से मौत हो गई। परिवार ने पोस्टमार्टम से इनकार किया। चिकित्सकों ने इसे कार्बन मोनोऑक्साइड और ऑक्सीजन की कमी से हुई दुर्घटना बताया।
बाथरूम में हुई जानलेवा दुर्घटना
Bulandshahr: यूपी के बुलंदशहर के नगर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला देवीपुरा में एक दर्दनाक हादसा हुआ। 14 वर्षीय किशोरी गरिमा, जो शहर के निजी स्कूल में कक्षा आठ की छात्रा थी, बाथरूम में गैस गीजर चालू कर नहा रही थी। अचानक बेहोश हो जाने के कारण किशोरी की जान चली गई। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया।
रविवार दोपहर को गरिमा जब बाथरूम से बाहर नहीं आई, तो परिजनों ने कई बार आवाज लगाई। जब कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने जोर से दरवाजा खोला। भीतर किशोरी अचेत पड़ी मिली। आसपास के लोग भी जमा हो गए। परिजन तुरंत उसे जिला अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर गए। चिकित्सक डॉ. अनुज कुमार ने किशोरी को मृत घोषित कर दिया।
इमरजेंसी के मेडिकल ऑफिसर डा. अनुज कुमार ने बताया कि बाथरूम में गैस गीजर चलते समय कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बनती है। इससे आक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे किशोरी की मौत हुई। उन्होंने परिवार से अपील की कि घर में गैस गीजर का इस्तेमाल करते समय सुरक्षा उपाय अपनाएं और बंद बाथरूम में लगातार निगरानी रखें।
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किशोरी के पिता मुकेश और परिवार के सदस्यों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। इसके बाद शव को घर ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस घटना ने पूरे मोहल्ले में शोक और चिंता की लहर फैला दी है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
विशेषज्ञों का कहना है कि घर में गैस गीजर का इस्तेमाल करते समय बाथरूम में हमेशा खिड़की या वेंटिलेशन होना जरूरी है। कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर बढ़ने पर शरीर जल्दी ही अचेत हो सकता है। परिवार और पड़ोसियों ने भी इसे चेतावनी के तौर पर लिया और घरों में सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने की अपील की।
नगर कोतवाली पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने घरों में गैस गीज़र से होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर जागरूकता बढ़ाने का काम शुरू किया है। मोहल्ले में पोस्टर लगाए गए और लोगों को सलाह दी गई कि छोटे बच्चों को बाथरूम में अकेला न भेजें।
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गरिमा शहर के गाडसेंट स्कूल की छात्रा थी। स्कूल प्रशासन और सहपाठियों ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि परिवार और समुदाय के लिए यह अपूरणीय क्षति है। स्कूल में बच्चों और अभिभावकों को सुरक्षा और चेतावनी पर चर्चा करने की पहल की जाएगी।
इस घटना ने एक बार फिर घरों में गैस गीजर के सुरक्षित इस्तेमाल और कार्बन मोनोऑक्साइड के खतरे को उजागर किया है। विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि बाथरूम में गैस गीजर के साथ डिटेक्टर का इस्तेमाल किया जाए और कभी भी बच्चे को अकेला न छोड़ा जाए।