

उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कुशीनगर जनपद से धर्मेन्द्र उर्फ राहुल देव को गिरफ्तार किया। इसको एसटीएफ की एक बड़ी कामयाबी कहा जा रहा है। धर्मेन्द्र उर्फ राहुल देव के ऊपर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था, वह छत्तीसगढ़ पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था।
आरोपी धर्मेन्द्र उर्फ राहुल देव
Kushinagar: उत्तर प्रदेश एसटीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। 13 अगस्त 2025 को एसटीएफ ने कुशीनगर के पडरौना क्षेत्र से धर्मेन्द्र उर्फ राहुल देव नामक वांछित अपराधी को गिरफ्तार किया। यह अपराधी छत्तीसगढ़ पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था। इस मामले में पुलिस ने 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया था।
एसटीएफ ने कैसे हासिल की यह कामयाबी
आरोपी धर्मेन्द्र उर्फ राहुल देव मूलरूप से लोहापट्टी भागीरथ थाना मिलक (रामपुर) का निवासी है। उसे 13 अगस्त 2025 को संधान नदी के छपार स्थान से पडरौना जाने के मार्ग पर गिरफ्तार किया गया। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने वांछित अपराधियों के सक्रिय होने की सूचना प्राप्त की थी, जिसके आधार पर एसटीएफ की कई टीमों और इकाइयों को अभिसूचना संकलन और कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया। इसके बाद एसटीएफ की टीम अब्दुल कादिर, अपर पुलिस अधीक्षक और एसटीएफ फील्ड इकाई बरेली के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन कार्यवाही में जुटी थी। इस दौरान दरोगा अमित कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने कुशीनगर में गुप्त सूचना प्राप्त की कि धर्मेन्द्र उर्फ राहुल देव पडरौना क्षेत्र में छिपकर रह रहा था।
दिल्ली में भी मुकदमा दर्ज
एसटीएफ की टीम ने इस सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए धर्मेन्द्र को ग्राम कुमरौल जाने वाले मार्ग पर स्थित नहर छपार से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद धर्मेन्द्र उर्फ राहुल देव ने बताया कि वह थाना मिलक जनपद रामपुर का एचएस नंबर 213ए हिस्ट्रीशीटर है। इसके अतिरिक्त धर्मेन्द्र के खिलाफ नई दिल्ली के उत्तम नगर थाना में भी मुकदमा दर्ज था। इसके बाद उसे केन्द्रीय कारागार जगदलपुर में बंद किया गया था।
कहां से हुआ था आरोपी फरार?
हालांकि, पेशी के दौरान वह छत्तीसगढ़ पुलिस के कस्टडी से इटावा-कानपुर मार्ग पर अजीतमल जनपद औरैया से फरार हो गया। इसी घटना के बाद थाना अजीतमल में उसके खिलाफ नया मुकदमा पंजीकृत किया गया और उसकी गिरफ्तारी के लिए 50,000 रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था।