

यूपी एटीएस ने शनिवार को सिधौली के अहमदपुर जट मार्ग से 1.05 लाख के जाली नोटों के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। जानें पूरा मामला
एटीएस की कार्रवाही (सोर्स- इंटरनेट)
Sitapur: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद से एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां एटीएस (Anti Terrorism Squad) ने शनिवार को जनपद के सिधौली से जाली नोटों के तस्कर अनस अहमद को गिरफ्तार किया है। बता दें कि अनस के पास से एटीएस ने 1.05 लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक अनस बागपत जिले के फरीदनगर निवासी गजेंद्र यादव से नोट लेकर उन्हें खपाने का काम करता था। एटीएस ने इससे पहले गिरोह के मास्टरमाइंड और दो अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
मास्टरमाइंड ने बताया अनस का काला सच
बता दें कि अनस की पहचान मास्टरमाइंड की पूछताछ के बाद हुई थी। अनस की सिधौली में हाईवे पर कपड़ों की दुकान है, जो काफी अच्छी चलती है। पड़ोसी दुकानदार अनस को मिलनसार बताते हैं और उन्हें देखकर कभी नहीं लगा कि वह नकली नोटों के धंधे में शामिल होगा। यह गैंग जाली नोटों को छापकर देश के अलग-अलग राज्यों में खपाता था। एटीएस गिरोह के मास्टरमाइंड को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
अनस ऐसे करता था गैंग की मदद
बता दें कि यूपी एटीएस ने कुछ दिन पूर्व जाली नोटों के गिरोह के मास्टरमाइंड के साथ तीन तस्करों को पकड़ा था। मास्टरमाइंड से पूछताछ में सिधौली के गांधीनगर निवासी अनस अहमद का नाम सामने आया। बता दें कि अनस इस गैंग के नेटवर्क की मदद से देश के अलग अलग राज्यों में जाली नोटों को खपाता था।
अनस से बरामद हुई ये चीजें
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अनस के पास से एटीएस ने 500 रुपये के 22 जाली नोट, 200 रुपये के 94 नोट और 100 रुपये के 8 जाली नोट बरामद किए हैं। वहीं थ्रेड पेपर ए 4 साइज साइज की 70 शीट में कुल 56 हजार की जाली मुद्रा और थ्रेड पेपर ए 4 साइज 46 शीट में 18 हजार चार सौ रुपये की जाली मुद्रा बरामद हुई है।
परिजनों ने किया बोलने से इंकार
एटीएस की कार्रवाई के बारे में परिजन कुछ बोलने से इन्कार कर रहे हैं। पड़ोस के दुकानदार जाकिर ने बताया कि अनस काफी मिलनसार था। उसे देखकर कभी ऐसा नहीं लगा कन्वह नकली नोटों के धंधे में लिप्त होगा।