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औरैया के भाग्यनगर ब्लॉक में एसआईआर कार्य के दौरान बीएलओ सीमा देवी अचानक चक्कर खाकर गिर पड़ीं। उन्हें तत्काल सीएचसी दिबियापुर ले जाया गया, जहां उपचार के बाद हालत में सुधार आया। घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी ब्लॉक में पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने लगे।
बिगड़ी बीएलओ की तबीयत
Auraiya: औरैया जिले के ब्लॉक भाग्यनगर सभागार में मंगलवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एसआईआर कार्य कर रहीं कुठर्रा गांव की शिक्षामित्र एवं बीएलओ सीमा देवी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। ब्लॉक में अजीतमल तहसीलदार अविनाश कुमार की मौजूदगी में बीएलओ और सुपरवाइजर अपने-अपने कार्यों में व्यस्त थे, तभी अचानक सीमा देवी को चक्कर आने लगे और वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ीं।
सीमा देवी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचते ही डॉक्टरों ने तुरंत जांच शुरू की। चिकित्सकों के अनुसार, उनका रक्तचाप अचानक काफी कम हो गया था, जिसके कारण उन्हें चक्कर आए और बेहोशी की स्थिति बन गई। मेडिकल टीम ने उन्हें दवाइयां दीं, ग्लूकोज चढ़ाया और उनकी हालत पर कुछ समय तक निगरानी रखी। लगभग आधे घंटे की उपचार प्रक्रिया के बाद उनकी स्थिति में सुधार दिखाई दिया। डॉक्टरों ने बताया कि यह स्थिति अत्यधिक थकान, तनाव या लंबे समय तक खाली पेट काम करने के कारण भी हो सकती है।
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घटना की खबर जैसे ही ब्लॉक परिसर में फैलने लगी, तुरंत जिले के आला अधिकारियों तक पहुंच गई। जानकारी मिलते ही एसडीएम, एडीएम सहित कई वरिष्ठ अधिकारी ब्लॉक परिसर में पहुंच गए। अधिकारियों ने सभी कर्मियों से घटना की जानकारी ली और यह सुनिश्चित किया कि सीमा देवी की देखभाल में कोई कमी न रहे। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से भी तत्काल रिपोर्ट मांगी और ब्लॉक स्टाफ को निर्देशित किया कि बीएलओ से जुड़ी जिम्मेदारियों में अत्यधिक दबाव न बनाया जाए।
अजीतमल तहसीलदार अविनाश कुमार, जो घटना के समय सभागार में ही मौजूद थे, ने बताया कि सीमा देवी अचानक चक्कर खाकर गिर पड़ीं जिससे हड़कंप की स्थिति बन गई। उन्होंने कहा कि सीमा देवी को तुरंत सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनका रक्तचाप काफी कम हो गया था। उपचार के बाद उनकी हालत अब ठीक है और उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य लगभग पूरा हो चुका था।
बीएलओ, सुपरवाइजर और अन्य मैदानी कर्मचारियों पर अक्सर समय-समय पर अत्यधिक कार्यभार बढ़ जाता है। निरंतर दस्तावेज़ीकरण, घर-घर सत्यापन, रिपोर्ट अपडेट जैसी गतिविधियां शारीरिक थकान का कारण बनती हैं। कई बार स्टाफ सुबह से शाम तक बिना भोजन या पानी के काम करता है, जिससे ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल और तनाव से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। सीमा देवी की घटना ने एक बार फिर इस मुद्दे को सामने ला दिया है कि मैदानी कर्मचारियों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।