

गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस ने कासगंज की पंजीकृत कार पर बिना हेलमेट स्कूटी की फोटो लगाकर 1000 रुपए का चालान भेज दिया। यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठने लगे हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
इसी कार का चालान काटा
Ghaziabad: गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस की एक बेहद अजीब और चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है। जिसने ट्रैफिक नियमों की जांच प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कासगंज जनपद में पंजीकृत एक हुंडई क्रेटा कार (UP14 DY 8322) का बिना हेलमेट चलाने पर 1000 रुपए का चालान कर दिया गया। जबकि CCTV फुटेज में दिखाई दे रही गाड़ी एक स्कूटी है। चालान देखने के बाद वाहन स्वामी हैरान रह गया कि क्या अब कार को भी हेलमेट पहनाकर चलाना पड़ेगा? यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोग गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस के इस "कारनामे" का मज़ाक भी उड़ा रहे हैं।
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दरअसल, वाहनस्वामी का एक परिजन दवा दिलाने के लिए कासगंज से गाजियाबाद गया था। कुछ दिन बाद जब उनके पास गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस की तरफ से चालान का नोटिस पहुंचा तो उसमें 1000 रुपए का चालान “बिना हेलमेट” गाड़ी चलाने के लिए जारी किया गया था। लेकिन हैरानी की बात यह थी कि जो CCTV फुटेज चालान में अटैच थी, उसमें एक स्कूटी सवार व्यक्ति दिख रहा था, जो बिना हेलमेट के था। फुटेज में दिख रही गाड़ी की पहचान स्कूटी के रूप में हो रही थी, लेकिन चालान की गाड़ी का नंबर कासगंज की चार पहिया कार का था।
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हुंडई क्रेटा जैसी बड़ी SUV और एक दोपहिया स्कूटी में अंतर न कर पाने की गलती गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस से कैसे हुई, यह समझ से परे है। वाहन का नंबर, RTO रिकॉर्ड, मॉडल और पंजीकरण की जानकारी साफ तौर पर यह बता रही थी कि यह चारपहिया वाहन है, बावजूद इसके बिना जांच के चालान काट दिया गया।
इस मामले ने एक बार फिर ट्रैफिक पुलिस की जागरूकता, तकनीकी और जवाबदेही पर सवाल उठा दिए हैं। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि अगर एक कार का चालान स्कूटी की फोटो पर हो सकता है तो फिर आम आदमी का भरोसा कानून व्यवस्था पर कैसे बना रहेगा? वाहन स्वामी ने प्रशासन से मांग की है कि इस गलत चालान को रद्द किया जाए और जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।