

अलीगढ़ जनपद में उस समय हलचल मच गई जब पुलिस प्रशासन ने करणी सेना के प्रमुख पदाधिकारियों को एसएसपी कार्यालय में तलब किया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
जिला अध्यक्ष करणी सेवा ज्ञानेंद्र चौहान
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस प्रशासन ने करणी सेना के प्रमुख पदाधिकारियों को एसएसपी कार्यालय में तलब किया। यह कार्रवाई हाल ही में आगरा से समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन पर हुए हमले के बाद की गई, जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। इस हमले को लेकर एसएसपी अलीगढ़ ने तत्परता दिखाई और करणी सेना के पदाधिकारियों से पूछताछ शुरू की, जिसमें बड़ा खुलासा हुआ।
ज्ञानेंद्र चौहान ने ली हमले की जिम्मेदारी
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, बताया जा रहा है कि करणी सेना के प्रमुख सदस्य ज्ञानेंद्र चौहान ने इस हमले की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हुए प्रशासन को जानकारी दी कि हमला संगठन के कुछ सदस्यों द्वारा किया गया था। यह स्वीकारोक्ति पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि इस हमले के बाद से ही सपा कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त था और स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी।
हमला के कारण की जांच अभी जारी
रामजी लाल सुमन पर यह हमला किस कारण से किया गया, इसकी जांच अभी जारी है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार यह हमला राजनीतिक रंजिश या वैचारिक मतभेद के कारण किया गया हो सकता है। सूत्रों की मानें तो रामजी लाल सुमन ने हाल ही में कुछ ऐसे बयान दिए थे, जो करणी सेना की विचारधारा से मेल नहीं खाते थे। इसी को लेकर करणी सेना के कुछ कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और यह हमला अंजाम दिया गया।
एसएसपी कार्यालय में हुई पूछताछ
एसएसपी अलीगढ़ के कार्यालय में हुई पूछताछ के दौरान करणी सेना के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। पुलिस प्रशासन ने सभी से घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी ली और पूरे मामले की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई। एसएसपी ने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे किसी भी संगठन से संबंधित क्यों न हों।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
वहीं इस घटना के बाद जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। खास तौर पर सपा से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं को सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस ने संभावित संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है ताकि कोई भी स्थिति बिगड़ने से पहले ही नियंत्रण में ली जा सके।
कानूनी कार्रवाई जारी
एसएसपी कार्यालय के सूत्रों के अनुसार अब इस मामले में कानूनी कार्रवाई की तैयारी चल रही है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें हिरासत में लिया जा सकता है। इस मामले को लेकर जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है और राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मची हुई है।