

ग्रेटर नोएडा में दहेज के लालच में एक पति ने अपनी पत्नी निक्की को केमिकल डालकर जिंदा जला डाला। मासूम बेटे का वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें उसने पिता की हैवानियत का खुलासा किया। निक्की की मां ने दामाद और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
निक्की की मौत के बाद मां ने खोले कई राज़
Greater Noida: निक्की हत्याकांड ने पूरे ग्रेटर नोएडा और देश को झकझोर कर रख दिया है। हर दिन इस दिल दहला देने वाले मामले में नए खुलासे हो रहे हैं। अब इस केस में सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब मृतका निक्की के बेटे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में मासूम बच्चा अपने पिता विपिन की खौफनाक करतूत को शब्दों में बयान करता है, जिसने देश भर के लोगों को झकझोर दिया।
इस वीडियो में निक्की का बेटा कहता है, "पापा ने मम्मा को पहले कुछ फेंककर मारा, फिर उन्हें चांटा मारा और बाद में लाइटर से आग लगा दी।" एक बच्चे के मुंह से अपनी मां की हत्या का ऐसा बयान सुनना किसी के भी रोंगटे खड़े कर देने के लिए काफी है।
निक्की की मां ने मीडिया से बात करते हुए अपने आंसुओं में डूबी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि दामाद विपिन भाटी की हर मांग को पूरा किया गया था। "पहले स्विफ्ट डिजायर मांगी, फिर स्कॉर्पियो दी। यहां तक कि बुलेट बाइक भी दी, ताकि बेटी को चैन मिले। लेकिन वह फिर भी हमारी बेटी को मारता-पीटता था।" उनका कहना है कि घटना से कुछ ही मिनट पहले निक्की ने फोन कर कहा था, "मम्मी, क्या आज ही घर आ जाऊं? ये मुझे मार देगा।" लेकिन जब तक वे कुछ कर पातीं, सब खत्म हो चुका था।
निक्की की मां के अनुसार सिर्फ दामाद ही नहीं, सास और ससुर भी निक्की पर अत्याचार करते थे। सास बाल नोंच-नोंचकर मारती थी और डंडे व चप्पल से पीटती थी। उनकी दूसरी बेटी ने एक बार इस पिटाई का वीडियो भी बनाया था, ताकि सबूत के तौर पर रखा जा सके। निक्की की मां का कहना है, "हमें सिर्फ इंसाफ नहीं, अब खून के बदले खून चाहिए। इन लोगों ने हमारी बेटी को तिल-तिल कर जलाया।"
ग्रेटर नोएडा के एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि घटना 21 अगस्त को सामने आई, जब फोर्टिस अस्पताल से सूचना मिली कि एक महिला बुरी तरह से जली हालत में भर्ती हुई है। बाद में उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और निक्की की बहन की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया। पति विपिन को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। जानकारी के मुताबिक, विपिन गिरफ्तारी के दौरान भागने की कोशिश कर रहा था, जिस पर कासना SHO ने उसके पैर में गोली मार दी। फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती है।
विपिन से जब अस्पताल में पूछा गया कि क्या उसे अपनी पत्नी की हत्या पर पछतावा है, तो उसने बिना किसी शर्म के कहा "मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैंने उसे नहीं मारा, वो खुद मर गई। पति-पत्नी के झगड़े होते रहते हैं, ये आम बात है।" इस बयान से साफ है कि आरोपी को अपने किए पर कोई शर्मिंदगी नहीं है और वह पुलिस की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है।
यह मामला सिर्फ घरेलू झगड़े का नहीं, दहेज हत्या का है। निक्की की मां ने बताया कि शादी के बाद से ही दहेज की मांगें की जा रही थीं। जब स्कॉर्पियो मिल गई, तो कभी एक लाख तो कभी दो लाख रुपये की डिमांड होती रही। इसके बाद जब मांगें पूरी नहीं हुईं, तो निक्की को तिल-तिल कर जलाया गया।
निक्की की हत्या एक बार फिर समाज को यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि दहेज के खिलाफ बने कानून कितने प्रभावी हैं? एक शिक्षित, शादीशुदा महिला को नौ साल बाद भी अगर सिर्फ पैसों की खातिर जिंदा जला दिया जाता है तो यह सिर्फ हत्या नहीं, हमारे सामाजिक ताने-बाने की विफलता है।