

गोरखपुर के जेल बायपास रोड स्थित दद्दा पेंट की दुकान को बैंक बकायेदारी में ₹4.43 लाख के बकाया पर प्रशासन ने कुर्क कर सील कर दिया। कार्रवाई ADM वित्त एवं राजस्व के निर्देश पर SDM और तहसील टीम की निगरानी में हुई।
दद्दा पेंट की संपत्ति जब्त
Gorakhpur: जिले में बैंक बकायेदारी को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। आज यानी मंगलवार, 19 अगस्त को जिला प्रशासन ने जेल बायपास रोड स्थित दद्दा पेंट की दुकान को ₹4,43,429 के बैंक बकाया में कुर्क कर सील कर दिया। यह कार्रवाई अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) के निर्देश पर, उप जिलाधिकारी (सदर) के नेतृत्व में नायब तहसीलदार पिपराइच अरविंद नाथ पांडे व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम द्वारा की गई।
कार्रवाई के दौरान राजस्व टीम ने संबंधित स्थल पर पहुंचकर पहले नोटिस दिखाया, फिर नियमानुसार कुर्की प्रक्रिया अपनाई और संपत्ति को विधिक रूप से सील कर दिया गया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई बैंक के बार-बार नोटिस भेजने और बकाया न चुकाने के चलते की गई है।
बैंक बकायेदारी पर प्रशासन का एक्शन
कार्यवाही में शामिल अधिकारियों में नायब तहसीलदार श्री अरविंद नाथ पांडे के अलावा क्षेत्रीय अमीन अजय ओझा, राजस्व निरीक्षक योगेंद्र चौबे, लक्ष्मीकांत तिवारी, मस्तराम सिंह, चंद्र प्रकाश यादव, अभिषेक कुमार पांडे, हिमांशु यादव और आकाश पांडे प्रमुख रूप से मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने इस कार्रवाई को शांतिपूर्ण और विधिसम्मत तरीके से संपन्न किया।
इस मौके पर उप जिलाधिकारी सदर ने सभी राजस्व बकायेदारों को सख्त चेतावनी दी कि यदि समय रहते उन्होंने अपना बकाया जमा नहीं किया तो उनके विरुद्ध भी इसी प्रकार की सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि कुर्की, सीलिंग और आगे चलकर नीलामी की जिम्मेदारी स्वयं बकायेदार की होगी।
प्रशासन की इस कार्रवाई से स्थानीय व्यापारी वर्ग में हलचल मच गई है। कई लोग अब अपने बकाया खातों की स्थिति की समीक्षा कराने में जुटे हैं ताकि भविष्य में इस प्रकार की कार्रवाई से बचा जा सके।
बता दें कि यह पहली कार्रवाई नहीं है। इससे पहले भी HDFC बैंक और बसेरा इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी संस्थाओं पर भी इसी तरह की कठोर कार्रवाई की जा चुकी है। प्रशासन लगातार बैंक और राजस्व बकायेदारों की सूची तैयार कर रहा है और क्रमवार कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
उप जिलाधिकारी ने कहा कि यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी और किसी भी बकायेदार को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की मंशा साफ है- बकाया वसूली में कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी और राजस्व घाटा किसी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। इस कार्रवाई के बाद अन्य बकायेदारों में भी खलबली मच गई है।