

महराजगंज जिले के नौतनवां तहसील क्षेत्र में शौचालय निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का मामला सामने आया है। जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि 396 की जगह केवल 219 शौचालयों की जांच हुई और इनमें से 218 बने ही नहीं पाए गए। हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि लंबित कार्रवाई पर तुरंत निर्णय लिया जाए। जानिए पूरी खबर
शौचालय घोटाले में कार्रवाई लटकी
महराजगंज: जिले के नौतनवां तहसील क्षेत्र के ग्राम मदरहा ककटही में शौचालय निर्माण को लेकर बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। पूर्व ग्राम प्रधान नजर आलम के कार्यकाल में किए गए शौचालय निर्माण कार्य में भारी अनियमितताओं की शिकायत ग्रामीण विजय पुत्र जीते ने की थी। शिकायत पर हुई जांच में यह साफ हो गया कि 396 शौचालयों की जगह मात्र 219 शौचालयों की ही जांच हुई और उनमें से 218 शौचालय बने ही नहीं पाए गए।PE
अधिकारियों और कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज
जानकारी के मुताबिक, जांच रिपोर्ट के आधार पर 14 जुलाई 2025 को संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कराने तथा शासकीय कार्मिकों के खिलाफ निलंबन अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का आदेश जारी हुआ था। लेकिन हैरानी की बात है कि दो महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी आदेश का अनुपालन नहीं किया गया।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया
पीड़ित ग्रामीण विजय ने इस पर कई बार अधिकारियों को आवेदन दिया। 21 अगस्त 2025 को भी उन्होंने लिखित प्रार्थना पत्र सौंपा, लेकिन कार्रवाई न होने से आहत होकर उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
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मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं...
रिट सिविल संख्या 31800/2025 विजय बनाम स्टेट ऑफ यूपी राज्य व अन्य में 11 सितंबर 2025 को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिया कि 21 अगस्त 2025 को दिए गए आवेदन पर शीघ्र निर्णय लिया जाए। कोर्ट ने कहा कि मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लंबित आवेदन पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाए।
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गांव के लोगों का कहना है कि शौचालय योजना गरीबों और जरूरतमंदों के लिए थी, लेकिन भ्रष्टाचार और लापरवाही से यह योजना धरातल पर उतर ही नहीं पाई। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि हाईकोर्ट के आदेश का तत्काल पालन करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।