

बहराइच के मिहींपुरवा क्षेत्र में वर्षों से चल रहे मिलावटी गुड़ निर्माण के गोरखधंधे का भंडाफोड़ हुआ है। पढ़ें पूरी खबर
तीन आरोपी गिरफ्तार
बहराइच: उत्तर प्रदेश के जनपद बहराइच के मिहींपुरवा क्षेत्र में वर्षों से चल रहे मिलावटी गुड़ निर्माण के गोरखधंधे का भंडाफोड़ हुआ है। एसडीएम मिहींपुरवा प्रकाश सिंह के नेतृत्व में तहसील टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, पकड़े गए आरोपियों में इरशाद (निवासी पुरकाजी, मुजफ्फरनगर), इंतजार (निवासी तलहड़ी बुजुर्ग, सहारनपुर) और जगदीश प्रसाद (निवासी पांडे पुरवा, मिहींपुरवा) शामिल हैं।
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नकली गुड़ की सप्लाई नेपाल सीमा तक
जानकारी के अनुसार, यह अवैध कारोबार पिछले 3-4 वर्षों से सक्रिय था। मेरठ, अमरोहा, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जैसे पश्चिमी जिलों से लोग बहराइच पहुंचकर बंद पड़े गन्ना कोल्हू किराए पर लेकर मिलावटी गुड़ बनाते थे। इस नकली गुड़ की सप्लाई नेपाल सीमा तक, साथ ही गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, कैसरगंज, नानपारा, लखीमपुर व सीतापुर तक फैली थी।
गन्ना कोल्हुओं पर छापेमारी कर नकली गुड़
बताया गया कि एक सप्ताह पूर्व भी एसडीएम ने कुडवा रेलवे क्रॉसिंग के पास दो गन्ना कोल्हुओं पर छापेमारी कर नकली गुड़ नष्ट कराया था। बावजूद इसके, आरोपियों ने रात के अंधेरे में दोबारा यह गतिविधियाँ शुरू कर दीं। लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर टीम ने पुनः कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में मिलावटी गुड़ और निर्माण सामग्री जब्त की।मोतीपुर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 170/126/135 के अंतर्गत मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।
दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इस कारोबार में खाद्य एवं औषधि विभाग के कुछ अधिकारियों की संलिप्तता भी है, जिसके चलते यह गोरखधंधा वर्षों से बेधड़क जारी था। ग्रामीणों ने उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। प्रशासन का कहना है कि मिलावटी खाद्य पदार्थ बनाने वालों के खिलाफ अभियान और सख्ती से चलाया जाएगा।
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