कटहरा खास में ग्राम प्रधान के निधन के बाद हुआ उपचुनाव, ये चुने गए नए ग्राम प्रधान, विरोधियों ने उठाए सवाल

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद के कटहरा खास ग्राम पंचायत में शुक्रवार को ग्राम प्रधान पद के लिए उपचुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। चुनाव में कुल 15 वार्ड सदस्यों ने भाग लिया, जिसमें से रामबचन साहनी ने 8 मत प्राप्त कर जीत दर्ज की। वे गांव के निवासी एवं बाहरैची साहनी के पुत्र हैं। वहीं उनके प्रतिद्वंदी उमेश सिंह, पिता फूलचंद सिंह को 7 मत मिले और वह एक वोट से पराजित हो गए।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 18 July 2025, 5:48 PM IST
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Bagapar (Maharajganj): उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद के कटहरा खास ग्राम पंचायत में शुक्रवार को ग्राम प्रधान पद के लिए उपचुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। चुनाव में कुल 15 वार्ड सदस्यों ने भाग लिया, जिसमें से रामबचन साहनी ने 8 मत प्राप्त कर जीत दर्ज की। वे गांव के निवासी एवं बाहरैची साहनी के पुत्र हैं। वहीं उनके प्रतिद्वंदी उमेश सिंह, पिता फूलचंद सिंह को 7 मत मिले और वह एक वोट से पराजित हो गए।

पूर्व प्रधान कमलेश सिंह के निधन के बाद कराया गया उपचुनाव

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार यह उपचुनाव पूर्व प्रधान कमलेश सिंह के निधन के बाद कराया गया। कमलेश सिंह, जो बंस बहादुर सिंह के पुत्र थे, का 9 जून 2025 को आकस्मिक निधन हो गया था।
उनके निधन के बाद गांव में प्रधान पद रिक्त हो गया था, जिस कारण ग्राम पंचायत सदस्यों द्वारा चुनाव कराने का निर्णय लिया गया।

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चुनाव में वार्ड के कई सदस्य रहे मौजूद

18 जुलाई को हुए इस चुनाव में वार्ड सदस्यों शंकर (पिता मुनेशर), शंभु (पिता रामराज), हरिलाल (पिता धुरहू), मंजू (पति रामदावन), लक्ष्मीना (पति तुलसी), धनेश (पिता महाबीर), गुजराती (पति प्रेम), जायतुल (पिता रहमुद्दीन), शदाक्त (पिता हैथक अली), अरविंद गुप्ता (पिता शिवशंकर), मिठूटू (पिता मूरत), लोचन (पिता रामलगन) समेत सभी सदस्यों की उपस्थिति रही। पंचायत में कुल 13 सदस्य ओबीसी वर्ग से और 2 सदस्य अनुसूचित जाति से हैं। चुनाव प्रक्रिया जिला प्रशासन की निगरानी में संपन्न हुई, जिसमें जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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पराजित प्रत्याशी उमेश सिंह ने आरोप लगाया

वहीं, चुनाव परिणाम आने के बाद पराजित प्रत्याशी उमेश सिंह ने आरोप लगाया कि "17 मई को पहले ही सभी सदस्यों की उपस्थिति में चुनाव कराए गए थे, जिसमें मुझे विजयी घोषित किया गया था। अब दोबारा चुनाव कराना अन्यायपूर्ण है। मैं इस निर्णय से सहमत नहीं हूं और जल्द ही जिला न्यायालय में कानूनी कार्यवाही करूंगा।

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