यूपी STF की सूचना पर CM योगी की बड़ी कार्रवाई.. शिक्षा माफियाओं की तोड़ी कमर

डीएन ब्यूरो

राज्य में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में चारों तरफ शिक्षा माफियाओं का बोलबाला है। जगह-जगह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी शिक्षकों की भरमार है। अब सीएम योगी के इशारे के बाद यूपी एसटीएफ ने इन माफियाओं की कमर तोड़नी शुरू कर दी है। जिससे चारों ओर हड़कंप मचा हुआ है। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव..

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ का लोगो)
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ का लोगो)


लखनऊः उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था से किस तरह खिलवाड़ किया जा रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां प्राथमिक स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों की बड़े पैमाने पर फर्जी नियुक्ति की गई है। इसे लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) ने बड़ा खुलासा किया है। यूपी एसटीएफ को काफी दिनों से बेसिक शिक्षा विभाग में दूसरे के शैक्षिक प्रमाणपत्रों का प्रयोग कर दूसरे व्यक्ति के नाम पर स्कूल में बतौर शिक्षक नौकरी की सूचनायें प्राप्त हो रही थी।     

यह भी पढ़ेंः प्रयागराज की धरती पर देश के पहले PM की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करना मेरा सौभाग्यः राम नाईक 

 

  

 

जब मथुरा जिले में एसटीएफ ने इसकी जांच की और इस फर्जी रैकेट को पकड़ा तो इसके पीछे शिक्षा माफियाओं की बड़ी करतूत सामने आय़ी। अकेले मथुरा जिले में 150 प्राथमिक शिक्षक फर्जी पाये गये। फिर एसटीएफ ने सारा काला खेल सीएम के सामने बयां किया। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी एसटीएफ को पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने का जिम्मा सौंपा। एसटीएफ की ही सिफारिश पर सीएम ने राज्य के सभी जिलों के बीएसए को निर्देशित किया कि वे अपने जिले में सभी शिक्षकों के नियुक्ती संबंधी दस्तावेजों की जांच करें।  

 

STF की अनुशंसा पर CM योगी ने दिया जांच का आदेश

 

एसटीएफ की सक्रियता के बाद बलरामपुर जिले में 135 फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है। इनमें से 24 के खिलाफ एफआईआर पंजीकृत करने के आदेश दे दिये गये हैं। डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक अन्य शेष शिक्षकों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।   

यह भी पढ़ेंः जानिये.. इलाहाबाद हाईकोर्ट के नये चीफ जस्टिस गोविंद माथुर का अब तक का सफर      

 

Caption

   

इस तरह से शिक्षा व्यवस्था के साथ हो रहे खिलवाड़ से प्रदेश में न सिर्फ बच्चों के भविष्य के खिलवाड़ हो रहा है बल्कि फर्जी शिक्षकों की तैनाती से शिक्षा माफियाओं के हौसले भी बुलंद हो रहे हैं। एसटीएफ अगर सक्रियता नहीं दिखाती तो शायद ही यह मामला इस तरह से उजागर होता।    

यह भी पढ़ेंः कुशीनगरः स्टिंग ऑपरेशन से लेखपाल की काली करतूतों का हुआ पर्दाफाश.. नौकरी नहीं हो रही दलाली   

 

फर्जी प्राथमिक शिक्षकों पर गिरेगी गाज  (सांकेतिक तस्वीर)

 

मुख्यमंत्री योगी ने शिक्षकों की नियुक्ति में हुये इस फर्जीवाड़े पर यूपी एसटीएफ से पुख्ता जानकारी मिलने के बाद कड़ा रुख अपनाया है। CM ने एसटीएफ की अनुशंसा पर अब हर जिले में बेशिक शिक्षा विभाग को निर्देश जारी कर वहां स्कूल में पढ़ा रहे प्रत्येक शिक्षक के शिक्षा प्रमाण पत्रों के जांच के आदेश जारी किये हैं। एसटीएफ के एक्शन में आने के बाद शिक्षा विभाग के दलालों में चारों ओर कोहराम सा मच गया है।        

यह भी पढ़ेंः यूपी का गालीबाज एसपी.. कुर्सी पर बैठते ही भूले पद की गरिमा 

 

फर्जी प्रमाणपत्रों से हुई तमाम शिक्षकों की नियुक्ति (सांकेतिक तस्वीर)

 

सीएम की सख्ती से अब प्रदेश के शिक्षा माफियाओं की कमर टूटनी तय है। प्रदेश में शिक्षा माफियाओं की.. शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बड़ी मिलीभगत सामने आ रही है और फर्जी तरीके से फर्जी दस्तावेजों की मदद से तमाम गलत व्यक्तियों को प्राथमिक स्कूल में बतौर शिक्षक तैनात किया गया है अब इन सबका काला चिट्ठा जांच में खुलेगा।     










संबंधित समाचार