

लखनऊ के केजीएमयू के CMS एसएन शंखवार ने बताया की पीड़िता की हालत पहले की जैसी ही बनी हुई है। वेंटिलेटर से हटाकर देखा गया लेकिन वह बिना वेंटिलेटर के सांस नहीं ले पा रही थीं। वहीं CBI घायल पीड़िता और वकील के बारे में पल-पल की जानकारी ले रही है। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर..
लखनऊ: रायबरेली सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल उन्नाव रेप पीड़िता और उसके वकील की हालत छठे दिन भी जस की तस बनी हुई है। पीड़िता अब भी वेंटीलेटर पर है जबकि उसके वकील पर से वेंटीलेटर को हटा लिया गया है। इसके अलावा पीड़िता और उसके वकील पर CBI अपनी नजर बनाए हुए है।
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लखनऊ के किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पीड़िता की हालत स्थिर बनी हुई है लेकिन बिना वेंटिलेटर के सांस न ले पाने के कारण उसे वेंटिलेटर पर ही रखा गया है। जबकि पीड़िता के वकील की हालत में थोड़ा सुधार को देखते हुए उन पर से वेंटीलेटर को पूरी तरह से हटा लिया गया है।
CBI की टीम पहुंची थी ट्रामा सेंटर
शनिवार सुबह CBI की टीम पीड़िता के परिवार वालों से मिलने के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर पहुंची थी। सीबीआई पीड़िता और उसके वकील की मेडिकल कंडीशन पर भी पल-पल नजर बनाए हुए है।
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गौरतलब है कि पीड़िता की कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी। पीड़िता रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलकर वापस मिलकर लौट रही थी। इस घटना में उसकी मौसी और चाची की मौत हो गई थी जबकि पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गया।
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परिजनों ने दुर्घटना में रेप के आरोप में जेल में बंद कुलदीप सिंह सेंगर का हाथ बताया था। उनका कहना था कि कुलदीप सिंह सेंगर जेल के अंदर से उन पर समझौते का दबाव डाल रहे थे और धमकी दी थी कि अगर बात नहीं मानी तो जान से मार दिया जाएगा।