Unnao Rape Case: चालक व क्लीनर की CBI कोर्ट में पेशी, पीड़िता के पिता की मौत केस में 60 पुलिसकर्मी तलब

डीएन ब्यूरो

सीबीआई ने आज उन्‍नाव रेप पीड़िता के रायबरेली में सड़क दुर्घटना मामले में ट्रक चालक और क्‍लीनर से पूछताछ की। वहीं पीड़िता के पिता की मौत मामले में 2017 से 2018 के बीच उन्‍नाव के माखी थाने में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को पूछताछ के लिए तलब किया गया है। डाइनामाइट न्‍यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर..



लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद से उन्‍नाव रेप केस CBI एक्‍शन मोड में आ गई है। लखनऊ पुलिस की टीम आज ट्रक चालक और क्‍लीनर को लेकर CBI कोर्ट पहुंची। जहां दोनों की पेशी हुई। इस दौरान कोर्ट परिसर में भरी पुलिस फोर्स तैनात रही। 

उन्‍नाव पीड़िता से दुर्घटना वाले केस की परतें खोलने के लिए दोनों के बयान काफी मायने रखते है। चालक आशीष पाल और क्लीनर मोहन श्रीवास को कड़ी सुरक्षा के बीच सीबीआई कोर्ट लाया गया था। जहां सीबीआई की टीम ने दोनों को कस्टडी रिमांड में लेकर पूछताछ की।

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इससे पहले गुरुवार को सीबीआई टीम ने रायबरेली में दुर्घटना स्थल का मुआयना किया। इसके बाद टीम फतेहपुर चली गई थी। फतेहपुर में टीम ने पीड़िता की कार को टक्कर मारने वाले ट्रक के मालिक देवेंद्र पाल से पूछताछ की। 

इसके अलावा CBI ने रायबरेली के मोहम्मद शोहराब से भी 3 घंटे से ज्यादा तक पूछताछ की। उसे भी इस मामले में अहम लिंक माना जा रहा है। 

सुप्रीम कोर्ट ने दुर्घटना मामले को दिल्‍ली ट्रांसफर करने में किया बदलाव

वहीं सुप्रीम कोर्ट ने उन्‍नाव रेप केस की पीड़िता से दुर्घटना के मामले को दिल्‍ली ट्रांसफर करने के आदेश को बदल दिया है। CBI  के अनुरोध पर जांच होने तक मामला दिल्‍ली नहीं भेजा जा सकता है क्‍योंकि अभियुक्‍तों की रिमांड लेने और जांच में द‍िक्‍कत आ रही है।

गौरतलब है कि पीड़िता के कार एक्सिडेंट और पुराने केस के संबंध में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने CBI से स्टेटस रिपोर्ट सौंपने को कहा था।

वहीं पीड़िता की मौत के मामले में उन्‍नाव के माखी थाने में 2017 से 2018 तक तैनात सभी पुलिस कर्मचारियों को भी सीबीआई ने तलब किया है। जिसमें आज तकरीबन 60 से अधिक पुलिसकर्मी लखनऊ (Lucknow) के सीबीआई दफ्तर पहुंचे। 

पीड़िता और परिवार को मिली सीआरपीएफ की सुरक्षा

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पीड़िता और उसके परिवार के लोगों को अब सीआरपीएफ सुरक्षा मिल गई है। सीआरपीएफ टीम ने लखनऊ के KGMU ट्रामा सेंटर पहुंचकर जिम्‍मा संभाल लिया है। 

पीड़िता अब भी वेंटिलेटर पर, हालत स्थिर

पीड‍़िता अब भी वेंटिलेटर पर ही है उसकी हालत गंभीर है। जबकि आज पीड़ि‍ता के वकील को वेंटिलेटर से हटाया गया है। केजीएमयू के ट्रामा सेंटर की ओर से बताया गया है कि दोनों की हालत अब भी गंभीर लेकिन स्थिर बनी हुई है। 










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