

बाराबंकी पुलिस ने नवजात को चोरी कर बेचने की तैयारी करने वाले दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बाराबंकी: जनपद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक दंपत्ति नवजात बच्चे को चुराकर सऊदी अरब में बेचना चाहते थे, लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते नवजात को फिर से उसके मां की आंचल की छांव मिल गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक गोंडा जिला थाना व कस्बा करनैलगंज निवासी सिमरन पत्नी अनस अपने छह माह के बच्चे के साथ देवा शरीफ सूफी संत हाजी वारिस अली की दरगाह पर सोमवार की शाम को आई थी। यहां पर उसकी मुलाकात बिहार प्रांत के जिला गोपालगंज थाना उचका गांव के ग्राम डुमरिया की हसबुन शेख व इनके पति अली अकबर से हुई।
इस दौरान दपंति ने सिमरन को अकेला देखा और उनसे नजदीकियां बढ़ाईं। साथ में चाय नाश्ता किया और भोजन किया। महिला ने सिमरन को पास ही सोने के लिए कहा। भोर करीब पांच बजे जब सिमरन की नींद खुली तो देखा उसका छह माह का शिशु और दंपति लापता थे।
मंगलवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे वह देवा थाना पहुंची और पुलिस को घटना की जानकारी दी। थाना देवा पुलिस टीम ने रिपोर्ट दर्ज कर सीसीटीवी कैमरों की मदद से 3 घंटे के भीतर नवजात शिशु को सकुशल बरामद कर लिया।
पुलिस ने दम्पत्ति हसबुन शेख व इसके पति अकबर अली को शहर में मोलगोदाम रोड से पकड़ा। दोनों वर्तमान में कल्याणपुर थाना गुड़म्बा जनपद लखनऊ में किराए के मकान में रहते थे।
दम्पत्ति ने पुलिस को बताया कि उन लोगों ने हाजी वारिस अली शाह दरगाह परिसर में सो रही महिला के बगल से नवजात शिशु को चुरा लिया था। उनकी योजना थी कि बच्चे को सऊदी अरब में ऊंचे दाम पर बेचा जाए।