मणिपुर के 'पैलेस ग्राउंड' से 'न्याय यात्रा’ शुरू करने की अनुमति नहीं, पढ़िए पूरी खबर

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि मणिपुर सरकार ने इंफाल के 'पैलेस ग्राउंड' से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू करने के लिये अनुमति देने से इंकार कर दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

'न्याय यात्रा’ शुरू करने की अनुमति नहीं
'न्याय यात्रा’ शुरू करने की अनुमति नहीं


नयी दिल्ली: कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि मणिपुर सरकार ने इंफाल के 'पैलेस ग्राउंड' से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू करने के लिये अनुमति देने से इंकार कर दिया है।

पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दिल्ली में कहा कि कांग्रेस यात्रा की शुरुआत के लिए इंफाल में किसी दूसरे स्थान का चुनाव करेगी।

उन्होंने कहा, 'हम प्रतिबद्ध हैं कि मणिपुर और इंफाल से ही यात्रा शुरू करेंगे।'

वहीं, मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कीशम मेगाचंद्र ने राज्य सरकार के फैसले को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ और ‘‘लोगों के अधिकारों का उल्लंघन’’ बताया।

राज्य सरकार की ओर से इस संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की गई है।

मेगाचंद्र ने इंफाल में कहा, ‘‘हमने मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह से मुलाकात की और इंफाल ईस्ट जिले के हट्टा कांगजेइबुंग में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के आयोजन स्थल को लेकर अनुमति मांगी, जहां पर एक सभा के बाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई जानी है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने इसकी अनुमति देने से इनकार किया है।’’

कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री सचिवालय में सिंह से मुलाकात की।

हाल ही में मणिपुर और असम का दौरा करने वाले वेणुगोपाल ने कहा, 'हमने पाया कि जमीन पर इस यात्रा को लेकर जबरदस्त माहौल है। 'भारत जोड़ो यात्रा' की तरह यह यात्रा भी बहुत सफल होने जा रही है।'

उन्होंने कहा, ''यह यात्रा देश और कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक है। हम देश के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।''

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के तहत बसों और पैदल मार्च के जरिए 6,713 किलोमीटर की यात्रा की जाएगी। यात्रा 66 दिनों में 110 जिलों, 100 लोकसभा सीट और 337 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी।

प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक, इसका समापन 20 मार्च को मुंबई में होगा।

कांग्रेस ने इंफाल ईस्ट जिले के हट्टा कांगजेइबुंग से ‘यात्रा’ शुरू करने के लिए आवेदन दिया है।

मेगाचंद्र ने राज्य सरकार के फैसले पर कहा, ‘‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लोकतंत्र की हत्या है और लोगों के अधिकारों का उल्लंघन है। प्रस्तावित स्थल भी एक सार्वजनिक मैदान है।’’

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एमपीसीसी प्रमुख की टिप्पणी मुख्यमंत्री के उस बयान के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को अनुमति देने पर ‘‘विचार’’ किया जा रहा है और सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट मिलने के बाद निर्णय लिया जाएगा।

मेगाचंद्र ने कहा, ‘‘हम अब एक वैकल्पिक जगह का इंतजाम करेंगे। अभी दो या तीन जगहों पर विचार किया जा रहा है। हम तय कार्यक्रम के मुताबिक 14 जनवरी को यात्रा शुरू करेंगे।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी नेता राहुल गांधी और देश के विभिन्न हिस्सों से कई अन्य लोग कार्यक्रम के लिए राज्य में आएंगे।

मणिपुर पिछले साल मई से जातीय हिंसा की चपेट में है, जिसमें 180 से अधिक लोग मारे गए हैं।










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