तमिलनाडु में NIA ने की छापेमारी, LTTE को पुनर्जीवित करने के संदेह में हुई कार्रवाई

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने तमिलनाडु में लिट्टे से प्रभावित उन लोगों के समूह को निशाना बनाकर कई स्थानों पर छापेमारी की जो भारत में श्रीलंकाई उग्रवादी संगठन की तरह एक संगठन खड़ा करने की कथित तौर पर कोशिश कर रहे थे। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

छह जगहों पर छापेमारी
छह जगहों पर छापेमारी


नयी दिल्ली: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने तमिलनाडु में लिट्टे से प्रभावित उन लोगों के समूह को निशाना बनाकर कई स्थानों पर छापेमारी की जो भारत में श्रीलंकाई उग्रवादी संगठन की तरह एक संगठन खड़ा करने की कथित तौर पर कोशिश कर रहे थे। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि मामला शुरू में तमिलनाडु पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि 19 मई, 2022 को नवीन चक्रवर्ती और संजय प्रकाश को गिरफ्तार किया गया था और उनके पास सलेम के पुलियामपट्टी में एक नियमित वाहन जांच के दौरान पिस्तौल और गोला-बारूद बरामद किया गया था।

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एनआईए के अधिकारियों ने चेन्नई, तिरुचिरापल्ली, कोयंबटूर, शिवगंगा और तेनकासी में कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें महत्वपूर्ण सबूत बरामद हुए।

एजेंसी ने कहा कि उसने एक लैपटॉप, सात मोबाइल फोन, आठ सिम/मेमोरी कार्ड और चार पेन ड्राइव जब्त किए हैं।

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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एनआईए प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि छापेमारी के दौरान लिट्टे और इसके मारे गये स्वयंभू प्रमुख प्रभाकरण से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज और किताबें भी बरामद की गईं।

एनआईए के अनुसार, संदिग्धों ने प्रतिबंधित उग्रवादी समूह को प्रतिबिंबित करने वाला एक संगठन स्थापित करने और तमिलनाडु में सशस्त्र संघर्ष शुरू करने की मंशा के साथ लिट्टे से प्रेरणा ली।










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