Money Laundering Case: ईडी की पूछताछ के बाद सीएम सोरेन ने दिया बड़ा बयान, जानिए पूरा अपडेट

डीएन ब्यूरो

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनके आवास पर सात घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन


रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से यहां उनके आधिकारिक आवास पर शनिवार को सात घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की।

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन ने दावा किया कि उनके खिलाफ यह एक षड्यंत्र है।

यह भी पढ़ें: ईडी ने धन शोधन मामले में कोयला कारोबारी को गिरफ्तार किया

ईडी के अधिकारी सोरेन के आवास पर अपराह्न एक बजे पहुंचे और रात करीब साढ़े आठ बजे वहां से गए। इस दौरान भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के कारण पूरा इलाका किले में तब्दील हो गया।

सोरेन (48) इससे पहले, ईडी द्वारा सात बार समन जारी किए जाने पर पूछताछ के लिए एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे। ईडी द्वारा आठवीं बार उन्हें समन जारी किए जाने पर आखिरकार उन्होंने अपनी सहमति दे दी।

ईडी की पूछताछ के दौरान मौके पर बड़ी संख्या में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री आवास के आसपास गतिविधियों पर पैनी नजर रखी। राशन वितरण से संबंधित करोड़ों रुपये के कथित घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में ईडी अधिकारियों पर हुए हालिया हमले के मद्देनजर यह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।

ईडी के अनुसार, यह जांच झारखंड में माफिया द्वारा भूमि स्वामित्व में अवैध परिवर्तन के एक बड़े गिरोह से संबद्ध है।

मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2011 बैच के अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे।सूत्रों ने बताया कि सोरेन से पूछताछ अभी अधूरी है और उनसे दोबारा पूछताछ की जाएगी।

यह भी पढ़ें: ईडी ने धन शोधन के एक मामले में पूर्व कांग्रेस मंत्री से जुड़े परिसरों पर छापे मारे

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार झामुमो ने विभिन्न आदिवासी संगठनों के साथ मिलकर शनिवार को पूरे झारखंड में विरोध-प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार प्रवर्तन निदेशालय जैसी एजेंसियों के माध्यम से सोरेन को निशाना बना रही है

वहीं, रांची जिला प्रशासन ने सोरेन के आवास के पास आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की। इसके तहत, किसी भी तरह के विरोध-प्रदर्शन, हथियार ले जाने और सार्वजनिक बैठकों पर रोक है।

ईडी की पूछताछ के बाद सोरेन ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ साजिश रची गई है।

उन्होंने उनके आवास के बाहर खड़े अपने समर्थकों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि वह डरे नहीं हैं और ‘‘गोलियों का सामना सबसे पहले’’ वह करेंगे।

 

झामुमो कार्यकर्ता शनिवार सुबह से ही सोरेन के आवास के बाहर खड़े रहे और ईडी अधिकारियों के चले जाने के बावजूद वे वहां से नहीं गए।

सोरेन ने अपने समर्थकों से कहा, ‘‘मेरे खिलाफ साजिश रची गई है, लेकिन षड्यंत्रकारियों के ताबूत में आखिरी कील हम ठोकेंगे... हम डरेंगे नहीं, गोलियों का सामना आपका नेता सबसे पहले करेगा और आप अपना मनोबल ऊंचा रखें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपके अटूट समर्थन के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूं...हेमंत सोरेन पार्टी के हर कार्यकर्ता के साथ खड़ा रहेगा।’’

सोरेन ने कहा कि वह ‘‘गाजर या मूली’’ की तरह नहीं हैं, जिसे आसानी से उखाड़ा जा सके और उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से घर-घर जाने और ‘षड्यंत्रकारियों’ को लोगों के सामने बेनकाब करने को कहा।

इस बीच, झामुमो ने सोरेन के आवास पर पार्टी के विधायकों की एक बैठक बुलाई।

पार्टी महासचिव एवं प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘ ईडी मुख्यमंत्री से पूछताछ कर रही है...हम भी अपनी बैठक कर रहे हैं...आगे की रणनीति, पूछताछ के नतीजे के आधार पर बनाई जाएगी।’’

जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने सोरेन से ईडी की पूछताछ शुरू होने से पहले कहा कि मुख्यमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से धैर्य रखने को कहा है।

अंसारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री मुझे देखने के बाद भावुक हो गए और हमसे धैर्य रखने को कहा।’’

सोरेन को ईडी के समन के खिलाफ आदिवासियों के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर भट्टाचार्य ने कहा कि यह स्वत: हुई प्रतिक्रिया है और झामुमो ने इसके लिए कोई आह्वान नहीं किया था।

तीर-धनुष से लैस झामुमो कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास से करीब 100 मीटर की दूरी पर कथित तौर पर दिखे।

कांग्रेस की झारखंड इकाई के प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि सोरेन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए पार्टी के विधायक भी मौजूद हैं।

ईडी की पूछताछ के मद्देनजर झारखंड महाधिवक्ता राजीव रंजन और पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी सोरेन के आवास पर थे

झामुमो विधायक रामदास सोरेन ने दावा किया कि ईडी की कार्रवाई झारखंड सरकार को अस्थिर करने का प्रयास है।

वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राज्य भर में विरोध प्रदर्शनों को प्रायोजित कर खुद को पीड़ित प्रदर्शित करने की कोशिश कर रहे हैं।

भाजपा के वरिष्ठ नेता अमर बाउरी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री से उनके सरकारी आवास पर पूछताछ नहीं की जानी चाहिए थी। सोरेन गिरफ्तारी की आशंका के चलते डरे हुए हैं और इसलिए वह पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय नहीं गए।’’

भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ईडी ने सोरेन का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री आवास पर पूछताछ करने के उनके अनुरोध को स्वीकार किया।

राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में, सत्तारूढ़ गठबंधन के 47 विधायक हैं, जिनमें झामुमो के 29, कांग्रेस के 17 और राष्ट्रीय जनता दल तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के एक-एक विधायक शामिल हैं।










संबंधित समाचार