महराजगंज: वरिष्ठ आईएएस के. रवीन्द्र नायक ने की चारा घोटाले में निलंबित डीएम अमरनाथ उपाध्याय के काले-खेल की जाँच, मचा हड़कंप

पूर्व डीएम अमरनाथ उपाध्याय के काले-कारनामों की जाँच करने आज वरिष्ठ आईएएस के. रवीन्द्र नायक लखनऊ से महराजगंज पहुंचे। नायक के तेवरों को देख भ्रष्टाचारियों के होश भी उड़ते हुए नजर आए। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 12 December 2019, 4:54 PM IST
google-preferred

महराजगंजः मधवलिया गोसदन के चारा घोटाले में निलंबित डीएम अमरनाथ उपाध्याय के काले-कारनामों और भ्रष्टाचार की जाँच करने आज वरिष्ठ आईएएस के. रवीन्द्र नायक लखनऊ से महराजगंज पहुंचे। जहां उन्होनें पहुंचते ही घपलेबाजों की क्लास लगानी शुरू कर दी। नायक के तेवरों से अमरनाथ के सहयोगियों में हड़कंप मचने लगा।

यह भी पढ़ेंः महराजगंज की बड़ी ख़बर- हिस्ट्रीशीटर अनिल गुप्ता पर प्रशासन ने कसा शिकंजा, भेजा जेल

जांच के लिए मौजूद वरिष्ठ आईएएस के. रवीन्द्र नायक

यह भी पढ़ेंः भारी तनाव के बीच 50 घंटे बाद हुआ जितेन्द्र यादव का अंतिम संस्कार लेकिन पुलिसिया पैंतरेबाजी से सवाल अब भी कायम

 

यह भी पढ़ेंः जितेन्द्र यादव हत्याकांड LIVE- पुलिसिया पक्षपात से भड़के परिजन दो दिन बाद भी लाश का अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं, विवाद गहराया

बता दें कि गौ-माता के चारा घोटाले और साढ़े तीन सौ एकड़ ज़मीन की हेरा-फेरी में पूर्व जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय को योगी सरकार ने निलंबित किया है। भ्रष्टाचारी प्रमोटेड आईएएस अमरनाथ उपाध्याय पर तस्करों से साँठ-गाँठ कर 1600 गायों की तस्करी नेपाल, बिहार, असम और पश्चिम बंगाल में कराने का आरोप है। 1600 गायें मौजूद नहीं फिर भी चारा, दवाइयों व अन्य सामग्रियों के नाम पर आने वाले सरकारी धन का ग़बन क़रते रहे निलंबित अफ़सर। मुख्य सचिव के आदेश के बाद भी आज तक भ्रष्टाचारी अमरनाथ उपाध्याय पर काकस ने वित्तीय अनियमितता और आपराधिक गतिविधियों का मुकदमा दर्ज नहीं होने दिया।

यह भी पढ़ेंः मृतक जितेन्द्र यादव की पत्नी का अपर पुलिस अधीक्षक आशुतोष शुक्ला पर बड़ा आरोप 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से बात करते हुए वरिष्ठ आईएएस के. रवीन्द्र नायक

यह भी पढ़ेंः जितेन्द्र यादव हत्याकांड LIVE: पहली तहरीर पर एफआईआर नहीं दर्ज कर पुलिस खुद फंसी अपने बिछाये जाल में, एसपी अब तक नहीं पहुंचे गांव में

बड़े पैमाने पर मधवलिया गो-सदन में गायों के नाम पर आसपास के जिलों के लोगों और डीएम के पास काम कराने आने वालों से चंदाउगाही की गई है। इस मामले में डीएम के कैम्प कार्यालय का एक बाबू इस समय संदेह के घेरे में है। माना जा रहा है कि ये बाबू डीएम के पाप का बड़ा राजदार है। इसके अलावा   वरिष्ठ आईएएस के. रवीन्द्र नायक ने पूर्व डीएम के साथ उठने-बैठने वाले 3 बिचौलियों की भी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। इन सबने चंदाउगाही के नाम पर मलाई काटी है, उम्मीद है की जल्द ही इन भ्रष्टाचारियों को उनके कर्मों की सजा मिलेगी। निष्पक्ष रिपोर्ट आने वाले दिनों में कई जेल की सलाखों के पीछे दिखेंगे। वरिष्ठ आईएएस के. रवीन्द्र नायक ने डाइनामाइट न्यूज़ पर अपना एक्सक्लूसिव बयान दिया है। उन्होनें कहा है मामले की जांच की जा रही है और जो भी निष्कर्ष निकलेगा वो जल्द ही आप सबको बताया जाएगा।