

मध्यप्रदेश में आबादी और वाहनों के सबसे ज्यादा घनत्व वाले शहर इंदौर में यातायात के बिगड़े ढर्रे को सुधारने के नये प्रयोग के तहत पुलिस ने 200 महिला आरक्षकों को प्रमुख चौराहों पर तैनात किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
इंदौर: मध्यप्रदेश में आबादी और वाहनों के सबसे ज्यादा घनत्व वाले शहर इंदौर में यातायात के बिगड़े ढर्रे को सुधारने के नये प्रयोग के तहत पुलिस ने 200 महिला आरक्षकों को प्रमुख चौराहों पर तैनात किया है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि शहर का यातायात संभालने के लिए 200 महिला आरक्षकों को विशेष प्रशिक्षण के बाद प्रमुख चौराहों पर तैनात किया गया है।
यह भी पढ़ें: आईआईएम इंदौर के विद्यार्थी ने ई-कॉमर्स कम्पनी से हासिल किया एक करोड़ का पगार पैकेज
इन महिला आरक्षकों में शामिल सुनीता मंडलोई को शहर के व्यस्त रीगल चौराहे पर वाहन चालकों से यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराते देखा जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि इंदौर स्वच्छता की तरह यातायात नियमों के पालन में भी देश भर में नम्बर-एक के पायदान पर रहे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कभी-कभार कुछ वाहन सवार यातायात नियम तोड़ने के बाद हम महिला आरक्षकों से विवाद भी करते हैं, लेकिन हम उनसे अच्छी तरह निपट लेते हैं क्योंकि हमें इसका प्रशिक्षण दिया गया है।’’
यह भी पढ़ें: मंडला में दर्दनाक सड़क हादसा, खड़े ट्रक से टकराई कार, चार लोगों की मौत, 6 लोग घायल
यातायात संभालने का प्रशिक्षण ले चुकी एक अन्य महिला आरक्षक सोनाली सोनी ने कहा, ‘‘जमाना बहुत आगे बढ़ चुका है। हमें जनता की यह मानसिकता बदलनी होगी कि पुरुष पुलिस कर्मी ही यातायात को नियंत्रित कर सकते हैं। पुलिस (Police) विभाग में पुरुषों और महिलाओं को समान प्रशिक्षण दिया जाता है।’’
उन्होंने कहा कि वह '100 प्रतिशत समर्पण' के साथ काम करेंगी और वाहन चालकों से यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित कराएंगी।
यातायात पुलिस (Traffic Police) के पुरुष कर्मी भी कर्तव्य के प्रति महिला आरक्षकों के जज्बे की तारीफ कर रहे हैं। यातायात महकमे के सहायक पुलिस निरीक्षक (एएसआई) रघुवीर सिंह मीणा ने कहा, ‘‘महिला आरक्षक (Female Constable) यातायात संभालने का काम एकदम बढ़िया तरीके से कर रही हैं। वे पुरुष सहकर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करती हैं।’