

लखनऊ में इस समय काफी स्थानों पर अवैध कब्जा हो रहा है। जिसके खिलाफ मंडलायुक्त ने बड़ा एक्शन लिया। उन्होंने अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पढ़िए डायनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के सेवाई और भदरसा गांव में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे और प्लॉटिंग का मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। लखनऊ मंडल की मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने सोमवार को स्वयं स्थल का निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया और इस गंभीर अनियमितता पर नाराजगी जाहिर की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि तीन प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा गांव की कीमती सरकारी जमीन पर अवैध रूप से प्लॉटिंग की गई थी। इस पर मंडलायुक्त ने सख्त रुख अपनाते हुए एसडीएम सचिन और तहसीलदार अरविंद पांडेय की कार्यशैली पर सवाल उठाए और उनकी लापरवाही को गंभीर मानते हुए दोनों अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस (शो कॉज नोटिस) जारी कर दिया।
जमीन पर कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
डॉ.रोशन जैकब ने इस पूरे प्रकरण को प्रशासनिक उदासीनता का प्रतीक बताया और कहा कि सरकारी जमीन पर कब्जा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने तत्काल प्रभाव से संबंधित प्रॉपर्टी डीलरों पर एफआईआर दर्ज करने और अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त करने के निर्देश भी जारी किए हैं।
सख्त हुए मंडलायुक्त
मंडलायुक्त ने यह भी कहा कि संबंधित अधिकारियों की भूमिका की गहन जांच कराई जाएगी और यदि लापरवाही या मिलीभगत पाई गई तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।