

उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली क्षेत्र के खड़गोला तोक में लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण दर्जनों मकानों में दरारें आ गई हैं। 22 अगस्त को बादल फटने की घटना के बाद अब जमीन खिसकने का खतरा बढ़ गया है।
थराली में भूस्खलन से तबाही
Uttarakhand: उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली नगर पंचायत के वार्ड संख्या 04 में स्थित खड़गोला तोक के निवासियों पर संकट के बादल फिर से मंडरा रहे हैं। 22 अगस्त को थराली में बादल फटने की घटना के बाद भले ही प्रारंभिक रूप से प्रशासन ने स्थलीय निरीक्षण कर नुकसान को सीमित माना था, लेकिन अब स्थिति कहीं अधिक गंभीर होती जा रही है।
Video: उत्तराखंड में फिर दिखेगा भयानक मंजर! चमोली जिले के थराली में भूस्खलन से तबाही#Uttarakhand #Landslide pic.twitter.com/C5mP4Cu40r
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 15, 2025
ग्रामीणों ने बताई हकीकत
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अब खड़गोला तोक में बड़े स्तर पर भूस्खलन शुरू हो चुका है, जिससे कई मकानों की नींव कमजोर हो गई है और मोटे-मोटे दरारें घरों की दीवारों में उभर आई हैं। ग्रामीणों की मानें तो लगातार भूमि खिसकने का दायरा बढ़ रहा है, जिससे पूरे इलाके में डर और असुरक्षा का माहौल बन गया है।
देहाती फिल्मों का बदमाश गिरफ्तार: उत्तम कुमार की तबीयत बिगड़ी, दुष्कर्म के मामले में हुआ एक्शन
गांव में डर का माहौल
गांव की दीपा पटवाल बताती हैं कि जब 22 अगस्त को थराली में बादल फटा था, उस समय उनके गांव के नीचे मामूली भूस्खलन हुआ था। लेकिन अब स्थिति बदल गई हैं। दीपा ने बताया, "हमारे घरों के नीचे से बहुत बड़े हिस्से में जमीन खिसक रही है। घरों में गंभीर दरारें पड़ गई हैं और हम इतने डरे हुए हैं कि वन विभाग के एक अस्थायी भवन में शरण ले रखी है।"
इलाके में कोई सुरक्षा का इंतजाम नहीं
दीपा पटवाल ने यह भी कहा कि इस नए भूस्खलन की जानकारी प्रशासन को दी जा चुकी है, लेकिन अब वे यह मांग कर रहे हैं कि प्रशासन पुनः मौके का निरीक्षण करे और उन्हें किसी सुरक्षित स्थान पर विस्थापित किया जाए।
“हमें भी ऐसा पति चाहिए”: नोएडा-एनसीआर में बीवियों की एक ही आवाज, जानें सोमवार को ऐसा क्या हुआ?
अब राजस्व उपनिरीक्षक का बयान पढ़िए
इस संबंध में राजस्व उपनिरीक्षक रोबिट सिद्दीकी ने जानकारी देते हुए कहा कि खड़गोला तोक का दो बार स्थलीय निरीक्षण किया जा चुका है। साथ ही क्षेत्र में भूगर्भीय सर्वेक्षण भी कराया गया है, जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही नियमानुसार विस्थापन या अन्य राहत कार्यों पर निर्णय लिया जाएगा।
रोबिट सिद्दीकी बोले- हम मदद के लिए तैयार
ने बताया कि गांव में एक मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिसके लिए पांच लाख रुपये का चेक प्रभावित परिवार को प्रदान कर दिया गया है। अन्य आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए भी चेक तैयार किए जा रहे हैं। अगर स्थिति और बिगड़ती है और अन्य मकानों को पूर्ण नुकसान होता है, तो फिर से निरीक्षण कर उचित कार्रवाई की जाएगी।