

फतेहपुर के एक गांव में सरकारी राशन दुकान के आवंटन को लेकर विवाद खड़ा हो गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की पूरी खबर
फतेहपुर: जिले की खागा तहसील के तेंदुआ गांव में सरकारी राशन दुकान के आवंटन को लेकर रविवार को जमकर हंगामा हुआ। नोडल अधिकारी राजकुमार की अगुवाई में चार सदस्यीय टीम कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चयन प्रक्रिया पूरी करने गांव पहुंची थी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, चयन प्रक्रिया में पांच प्रत्याशी मैदान में थे, लेकिन प्रत्याशी धर्मेंद्र कुमार के समर्थकों को विद्यालय गेट के बाहर रोक दिया गया। इससे नाराज समर्थकों ने हंगामा करते हुए चयन प्रक्रिया का बहिष्कार कर दिया। उनका आरोप था कि चुनाव पूरी तरह पक्षपातपूर्ण तरीके से कराया जा रहा है।
ग्रामीणों ने साजिश रचने का लगाया आरोप
हंगामे के बीच नोडल अधिकारी ने प्रक्रिया पूरी कर श्रीपाल को कोटेदार घोषित कर दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बहुमत के बावजूद धर्मेंद्र के समर्थकों को वोटिंग में शामिल नहीं होने दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले से ही एक पक्ष के पक्ष में साजिश रची गई और चयन प्रक्रिया सिर्फ दिखावा थी।
नोडल अधिकारी ने आरोपों को किया खारिज
हालांकि, नोडल अधिकारी राजकुमार ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि पिछली बार हंगामे के चलते बैठक रद्द करनी पड़ी थी, इसीलिए इस बार सुरक्षा बढ़ाई गई। उन्होंने साफ किया कि चार पात्र आवेदकों में से श्रीपाल को सर्वाधिक वोट मिले, इसलिए उन्हें कोटेदार नियुक्त किया गया है।
नोडल अधिकारी ने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर विवाद खड़ा कर रहे हैं, जबकि चयन प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी रही।