Farmers Protest: किसानों को रोकने के लिए किए गए उपायों के कारण दिल्ली-एनसीआर में वाहन चालकों को हुई परेशानी

डीएन ब्यूरो

प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए सीमाओं पर किए गए उपायों के कारण मंगलवार सुबह दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वाहन चालकों को भारी जाम का सामना करना पड़ा। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

दिल्ली-एनसीआर में वाहन चालकों को हुई परेशानी
दिल्ली-एनसीआर में वाहन चालकों को हुई परेशानी


नयी दिल्ली: प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए सीमाओं पर किए गए उपायों के कारण मंगलवार सुबह दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वाहन चालकों को भारी जाम का सामना करना पड़ा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक बॉर्डर पर यातायात धीमी गति से चला क्योंकि पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में किसानों के मार्च के मद्देनजर सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सीमाओं पर कई स्तर पर बैरिकेड लगाए थे।

यात्रियों को यातायात जाम से जूझना पड़ा और किसानों के प्रवेश को रोकने के लिए दिल्ली को किले में तब्दील कर दिया गया।

किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर पुलिस ने शहर के सीमा बिंदुओं पर कई चरणों में बैरिकेड लगाने के अलावा कंक्रीट ब्लॉक, लोहे की कीलें और कंटेनर की दीवारें बनाकर सुरक्षा बढ़ा दी है।

सुबह सात बजे से ही गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर वाहन बेहद धीमी गति से चलते नजर आए।

कम से कम एक घंटे तक जाम में फंसी रहीं जूली लॉरेंस ने कहा, ‘‘मुझे आज होने वाले किसानों के मार्च के बारे में पता था और मैं गुरुग्राम के सेक्टर-29 स्थित अपने घर से एक घंटे पहले कार्यालय के लिए निकली थी। यातायात की स्थिति को देखकर ऐसा लगता है कि जल्दी निकलने के बावजूद, मैं मध्य दिल्ली में अपने कार्यालय में कुछ घंटे देरी से पहुंच सकूंगी।’’

यह देखते हुए कि कामकाजी घंटों के दौरान हर दिन दिल्ली और गुड़गांव के बीच दो लाख से अधिक लोग यात्रा करते हैं, एक यातायात पुलिस अधिकारी ने लोगों को मेट्रो सेवाओं का उपयोग करने की सलाह दी।

गाजीपुर बॉर्डर पर नोएडा और दिल्ली को जोड़ने वाले प्रमुख हिस्से के आधे भाग पर बैरिकेड लगे होने के कारण एक समय में केवल दो वाहन ही गुजर पा रहे थे।

गाजीपुर बॉर्डर के पास पुलिस ने लिंक सड़कों को बंद कर दिया था और वाहन एक कतार में चल रहे थे।

एक अन्य यात्री कृतिका शर्मा ने कहा कि वह सुबह छह बजे अपने दफ्तर के लिए निकली थीं लेकिन 9 बजे तक भी जाम में फंसी रहीं। सिंघू और टिकरी बॉर्डर पर भी वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं।

 










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