हाफिज सईद का साला अब्दुल रहमान मक्की गिरफ्तार, मुंबई हमले में है मास्टरमाइंड
मुंबई हमले में मोस्ट वांटेड आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को मेंटनेंस ऑफ पब्लिक ऑर्डर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया और लाहौर की जेल में भेज दिया गया। मक्की की गिरफ्तारी जमात-उद-दावा, फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 11 संगठनों पर बैन लगने के कुछ दिन बाद हुई है।
लाहौर: पाकिस्तान ने आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद के साले और मुंबई हमले में मोस्ट वांटेड आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को गिरफ्तार कर लिया है। अब्दुल रहमान मक्की की गिरफ्तारी पंजाब प्रांत के गुजरांवाला से हुई है।
अब्दुल रहमान मक्की पर आरोप है कि उसने पाकिस्तान सरकार द्वारा आतंकवादियों पर उठाए जा रहे कदमों की आलोचना की और सरकार के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। उस पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स के दिशा-निर्देशों के तहत कार्रवाई की गई।
पंजाब पुलिस ने कहा है कि मक्की को कानून व्यवस्था अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया। पाकिस्तान सरकार जमात की तरह एफआईएफ पर मार्च महीने में प्रतिबंध लगा चुका है। जमात के बारे में कहा जाता है कि यह लश्करे-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन है। यह संगठन मुंबई हमले का जिम्मेदार है जिसमें 166 लोगों की मौत हो गई थीं।
यह भी पढ़ें |
मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद गिरफ्तार
यह भी पढ़ें: वायुसेना को मिला पहला अपाचे हेलीकॉप्टर, चीन-पाक सीमा पर होगी तैनाती
ज्ञात हो कि सईद पर दिसंबर 2008 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रतिबंध लगाया था। उसे नवंबर 2017 में पाकिस्तान में नजरबंदी से रिहा किया गया था।
यह भी पढ़ें: अमेरिकी हवाई हमले से साेमालिया में इस्लामिक स्टेट के 13 आतंकवादी ढेर
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने कुछ दिन पहले ही उन 11 संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया था जो प्रतिबंधित संगठनों से संपर्क हैं। जम्मू कश्मीर के पुलावामा में हुए आत्मघाती हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि वह किसी भी संगठन को अन्य देशों पर हमला करने के लिए पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल नहीं करने देंगे।
हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने घोषणा कर 30 हजार से अधिक मदरसों को सरकारी नियंत्रण में लाने की बात भी कही है।
यह भी पढ़ें |
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बताया क्यों किए गए पाकिस्तान पर हवाई हमले..
बता दें कि FATF काले धन को वैध बनाने को रोकने से संबंधित नीतियां बनाने के संबंध में काम करती है। 2001 में इसका कार्यक्षेत्र बढ़ाया गया और आतंकवाद को धन मुहैया कराने के विरुद्ध नीतियां बनाना भी इसके कार्यक्षेत्र में सम्मिलित कर लिया गया। इसका सचिवालय पेरिस स्थित आर्थिक सहयोग और विकास संगठन के मुख्यालय में है
जमात-उद-दावा में मक्की का खासा प्रभाव बताया जाता है वहीं मक्की भारत के खिलाफ जहर उगलने के लिए जाना जाता है, 2010 में भारत विरोधी बयान को लेकर वह सुर्खियों में भी रह चुका है।