खरगोन भीषण बस हादसे को लेकर बड़ा खुलासा, यात्रियों के टोकने पर भी ड्राइवर नहीं कम स्पीड

डीएन ब्यूरो

मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में मंगलवार को हुए भीषण बस हादसे में जीवित बची 30 वर्षीय महिला ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि वाहन यात्रियों से खचाखच भरा था और यात्रियों के टोकने के बावजूद चालक बस को तेज गति से चला रहा था।

फाइल फोटो
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इंदौर: मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में मंगलवार को हुए भीषण बस हादसे में जीवित बची 30 वर्षीय महिला ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि वाहन यात्रियों से खचाखच भरा था और यात्रियों के टोकने के बावजूद चालक बस को तेज गति से चला रहा था।

हादसे में घायल होने के बाद इंदौर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (एमवायएच) भेजे गए तीन मरीजों में शामिल रानू (30) ने संवाददाताओं को बताया,‘‘बस यात्रियों से खचाखच भरी थी। चालक बहुत तेज गति से बस चला रहा था। उसने हम यात्रियों को पुल से नीचे गिरा दिया।’’

उन्होंने भीषण बस हादसे के लिए चालक को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा,‘‘बस अपने तय समय से देरी से आई थी। इस कारण चालक बस तेज चला रहा था। कुछ यात्रियों ने उसे इस बात पर टोका भी था। बस वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’’

रानू ने बताया कि बस के पुल से नीचे गिरकर सूखी नदी में जा गिरने से वह बेहोश हो गई थीं और स्थानीय लोगों ने उन्हें बचाकर बस से बाहर निकाला।

उन्होंने बताया कि वह अपने बच्चों, मां, बहन और बहन की बेटी के साथ बस से इंदौर आ रही थीं।

एमवायएच के अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह ठाकुर ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि खरगोन में हुए भीषण बस हादसे में घायल रानू समेत तीन लोगों को उनके अस्पताल लाया गया है और मरीजों की हालत फिलहाल स्थिर है।

उन्होंने कहा,'बस के 50 फुट ऊंचे पुल से सूखी नदी में गिरने से इस हादसे में 24 यात्रियों की मौत की खबर है। हादसे की जानकारी मिलते ही हमने अपने अस्पताल में सुबह से मरीजों के इलाज की पूरी तैयारी कर रखी थी, लेकिन गंभीर रूप से घायल कुछ यात्रियों ने इंदौर लाए जाने से पहले ही दम तोड़ दिया।'










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