

ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में एक बैंक अफसर को बड़ी जिम्मेदारी दी गई, लेकिन इस जिम्मेदारी के दौरान बैंक अफसर ने बड़ा कांड कर दिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
मथुरा: ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में दानपेटी की राशि की गिनती के दौरान चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, केनरा बैंक के फील्ड ऑफिसर अभिनव सक्सेना ने तीन दिन में करीब 9.50 लाख रुपये की चोरी कर ली। उसकी यह करतूत मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसके बाद मंदिर प्रशासन और पुलिस की सतर्कता से उसे रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
कैसे हुआ खुलासा?
शनिवार को मंदिर बंद होने के बाद दानपेटियों को खोलकर उनकी गिनती की जा रही थी। उसी दौरान मंदिर के एक कर्मचारी ने कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी पर नजर डाली। उसने देखा कि एक बैंक अधिकारी कुछ नोट गिन रहा है, लेकिन कुछ नोट अपने कपड़ों में छिपा रहा है। तत्काल इस सूचना को मंदिर परिसर में मौजूद अन्य कर्मचारियों और पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर मौजूद केनरा बैंक के फील्ड ऑफिसर अभिनव सक्सेना को पकड़ लिया। उसकी तलाशी में 1.25 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई।
तीन दिन से कर रहा था चोरी
पूछताछ के दौरान अभिनव ने बताया कि वह तीन दिनों से लगातार गिनती के दौरान चोरी कर रहा था। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया कि उसने शेष पैसे मथुरा के डैंपियर नगर स्थित केनरा बैंक ब्रांच में अपने बैग में छिपा कर रखे हैं। पुलिस उसे वहां लेकर गई और 8.21 लाख रुपये बरामद कर लिए। इस तरह कुल चोरी की गई राशि 9.50 लाख रुपये तक पहुंच गई।
बैंक ने किया तत्काल निलंबित
घटना के सामने आने के बाद केनरा बैंक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। बैंक के वृंदावन शाखा प्रबंधक मोहित के अनुसार, अभिनव वर्ष 2020 से 2024 तक वृंदावन शाखा में कार्यरत था और फिलहाल मथुरा ब्रांच के लोन डिपार्टमेंट में कार्यरत था।
शादीशुदा है, पत्नी सीए
अभिनव सक्सेना मूल रूप से रामपुर का निवासी है और वर्तमान में मथुरा के अशोका सिटी कॉलोनी में रह रहा है। उसकी एक साल पहले लव मैरिज हुई थी और उसकी पत्नी चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि बड़ी रकम देखकर उसकी नीयत डगमगा गई थी।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
कोतवाली प्रभारी प्रशांत कपिल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और रविवार को उसे जेल भेजा जाएगा। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं इससे पहले भी ऐसी कोई घटना हुई है या नहीं।
मंदिर प्रबंधन ने बढ़ाई सतर्कता
घटना के बाद मंदिर प्रशासन ने दानपेटी की गिनती के दौरान सुरक्षा और निगरानी के उपाय और सख्त करने का फैसला लिया है। अब हर कर्मचारी की गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न दोहराई जाएं।