बलरामपुर: बोर्ड परीक्षा में अनियमितता पर तीन शिक्षकों पर गिरी गाज

डीएन ब्यूरो

वर्ष 2023 में बोर्ड परीक्षाओं में अनियमितता बरतने पर प्रधानाचार्य सहित तीन शिक्षकों पर गाज गिरी है। पढ़िए डायनामाइट न्यूज की रिपोर्ट

फ़ाइल फोटो
फ़ाइल फोटो


बलरामपुर: यूपी बोर्ड की परीक्षा में अनियमितता बरतना प्रधानाचार्य व शिक्षकों को भारी पड़ गया। तीनों शिक्षकों को बोर्ड परीक्षा से जुड़े कार्यों से निलंबित कर दिया गया है।

डाइनामाइट न्यूज संवादाता के अनुसार वर्ष 2023 में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाओं में अनियमितता बरतने पर बोर्ड ने कड़ी कार्यवाही की है। 

फर्जी परीक्षार्थियों को शामिल करने का था आरोप

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद बलरामपुर जिले में बड़ी कार्यवाही की है। 2023 की बोर्ड परीक्षा के दौरान फर्जी परीक्षार्थियों को शामिल जागने के मामले में हाजी इस्माइल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शाहिद अकबर, राजकीय हाईस्कूल विशुनपुर विश्राम के सहायक अध्यापक सुभाष चंद्र यादव और राजकीय हाईस्कूल महराजगंज तराई के सहायक अध्यापक के विरुद्ध कार्यवाही की गई है।

यह भी पढ़ें | बलरामपुर: हत्या करने वाले चार अभियुक्तों को न्यायालय ने सुनाई ये सजा

तीन साल तक के लिए लिए किया निलंबित

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने परीक्षाओं के दौरान अनियमिता बरतने पर प्रधानाचार्य सहित दो शिक्षकों को तीन साल के लिए (2024 से 2026 तक) पूरी तरह यूपी बोर्ड के परीक्षाओं के सभी कार्यों से निलंबित कर दिया है।

यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद ने भेजी सूची

पूरी जानकारी देते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक मृदुल आनंद ने बताया कि यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से तीन शिक्षकों की सूची भेज कर कार्य निर्देश जारी किए थे। जिसके बाद यूपी बोर्ड से इन तीनों शिक्षकों को परीक्षा से डिबार किया गया है। परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए अंतिम रणनीति बनाई जा रही है।

यह भी पढ़ें | यूपी बोर्ड अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर, एग्जाम हॉल में जाने से पहले जरूर पढ़ ले

शिक्षकों के करियर पर होगा असर

बोर्ड परीक्षाओं के प्रारंभ होने में अब कुछ ही दिन शेष है। ऐसे में इतने गंभीर आरोपों में शिक्षकों की सूची माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी किया जाना शिक्षकों के निष्ठा पर प्रश्नवाचक चिह्न खड़ा करता है। क्योंकि इन में से दो शिक्षक राजकीय सेवा में है। वहीं शिक्षकों पर यह कार्यवाही कहीं न कही उनके करियर पर भी असर डालेगा। यह कार्यवाही उनके पदोन्नति, वेतनमान जैसी सुविधाओं पर असर डाल सकता है।










संबंधित समाचार