बलियाः योगी सरकार के दावों की खुली पोल, जानिये क्यों दर-दर भटकने को मजबूर हुआ दिव्यांग परिवार
योगी सरकार के दावों की एक बार फिर पोल खुल गई है। यहां एक दिव्यांग परिवार सरकारी आवास के लिए दर-दर भटक रहा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
बलियाः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के दावों की एक बार फिर पोल खुल गई है। यहां एक दिव्यांग परिवार सरकारी आवास के लिए दर-दर भटक रहा है। परिवार ने जिलाधिकारी से लेकर एसडीएम तक गुहार लगाई लेकिन अबतक कोई सुविधा नहीं मिल पाई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र के जमुई गांव में एक ही परिवार के तीन लोग (एक भाई और दो बहन) दिव्यांग हैं। मां- बाप मेहनत मजदूरी कर अपने तीनों अंधे (दिव्यांग) बच्चों की परवरिश कर रहे हैं।
यह भी पढ़ेंः सरकारी जमीन पर कब्जा, दलित परिवार को धमकी... जनपद में दबंगों के हौसले बुलंद
यह भी पढ़ें |
बलियाः जनपद में हाई टेंशन तार सड़क पर गिरा, बाल-बाल बचे लोग
परिवार ने कही ये बात
दिव्यांगों की मां कमली ने कहा, "ये बचपन से ही अंधे हैं... इन लोगों को मेहनत मजदूरी कर हम ही किसी तरह से पाल पोस रहे हैं। हमलोग झोपड़ी में रहते हैं, कोई सरकारी आवास नही मिला है। 60 साल की हो गई हूं फिर भी तीनों के लिए मजदूरी करती हूं।"
दिव्यांग चत्रुभूज तुरहा ने बताया कि सरकारी आवास के लिए एसडीएम से लेकर जिलाधिकारी तक गुहार लगाई गई, लेकिन मदद नहीं मिली। उन्होंने बताया कि प्रतिमा नाम की एक विवाहिता बहन है। जिसकी शादी नगवा गांव में हुई थी। लेकिन दो साल बाद उसके पति ने अंधे होने की वजह से छोड़ दिया। उसका एक बच्चा भी है। वहीं, दूसरी बहन भी आंख से दिव्यांग है।
यह भी पढ़ें |
बलियाः सरकार के दावों की फिर खुली पोल, अंधेरे में रहने को मजबूर लोग, सुनिये ग्रामीणों का दर्द
यह भी पढ़ेंः सामूहिक विवाह में जानिये कैसे खेला गया फर्जीवाड़े का खेल, कई भेजे गये जेल, पढ़ें पूरा खुलासा
क्या बोला ग्राम प्रधान?
ग्राम प्रधान इम्तियाज अहमद ग्राम प्रधान ने बताया कि इन लोगों का विकलांग पेंशन करा दिया गया। साथ ही इनके माता-पिता का भी पेंशन करा दिया गया है। वहीं, आवास के लिए इन लोगों का रजिस्ट्रेशन हो गया है जब आवास आएगा तो सबसे पहले इन लोगों को ही दिया जायेगा।