बलिया 19 अगस्त 1942 को एक ऐसी ऐतिहासिक घटना का गवाह बना था। जो आज भी हर बलिया वासी के दिल में जीवित है। यह घटना न केवल स्वतंत्रता संग्राम के एक अहम मोड़ को दर्शाती है, बल्कि यह बलिया के क्रांतिकारियों की वीरता और बलिदान का प्रतीक भी बन चुकी है। हर साल बलिया में 19 अगस्त को बलिदान दिवस मनाया जाता है।
बलिया! सोनाडाबर बगीचा स्थित फड़ापेन बड़ादेव ठाना पर 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस गोंड समुदाय के लोगों ने प्रकृति शक्ति की उपासना गोंगो करके बड़े ही उत्साह पूर्वक धूम-धाम से मनाया। अपनी आदिवासी जनजाति सभ्यता संस्कृति परंपरा पर गर्व करने, उनका संरक्षण करने, पर्यावरण प्रकृति पृथ्वी धरती दाई की सुरक्षा के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने और अपना आवश्यक नैतिक प्राकृतिक कर्तव्य समझते हुए उसकी अपने पुत्र के समान रक्षा करने का सामूहिक संकल्प लिया गया।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों के जजों के तबादले किये गये हैं। गोरखपुर, बलिया, रायबरेली और संत कबीर नगर में नये जिला जज की नियुक्ति की गई हैं।
बलिया में ABVP कार्यकर्ताओं और जिलाधिकारी के बीच तकरार के बाद शहर कोतवाल योगेंद्र बहादुर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया। कार्यकर्ता जिलाधिकारी से माफी और कोतवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
रेवती कस्बे में पांच वर्षीय बच्ची के साथ पड़ोस के युवक ने अश्लील हरकत की। बच्ची घायल अवस्था में घर पहुंची। पुलिस ने केस तो दर्ज किया, लेकिन आरोपी अब भी फरार है और मेडिकल जांच नहीं हुई।
बलिया जनपद में जिन स्कलों के पास मान्यता नहीं है, उन सभी पर जल्द ही सख्त एक्शन लिया जाएगा। जनपद के विभिन्न विकास खण्डों में मान्यता रहित विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। कहीं-कहीं प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्तर की मान्यता प्राप्त विद्यालय हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट कक्षाओं का संचालन कर रहे है।
बलिया में सांसद और विधायक द्वारा कावड़ यात्रियों के खिलाफ दिया गया बयान अब तूल पकड़ता जा रहा हैं, हिंदु संगठनों ने मोर्चा खोलते हुए विधायक और सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सोमवार को सिकंदरपुर कस्बे की सभी दुकानें पूरी तरह से बंद रही।
बलिया की घागरा नदी में मिले युवक की पहचान करने में पुलिस को सफलता प्राप्त हुई हैं। मृतक मूल रूप से भीमपुरा थाना क्षेत्र के कसौंडर गांव का निवासी था, लेकिन हाल में बिठुआ चौहानपुरा में मकान बनवाकर परिवार समेत रह रहा था।
बलिया में रविवार को उस वक्त बड़ा बवाल हो गया, जब अतिंम संस्कार के दौरान बैरिया से भाजपा के पूर्व विधायक और पुर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के बेटे के समर्थकों के बीच विवाद के बाद मारपीट हो गयी।