Twitter Trending: मुरादाबाद मामले के बाद अखिलेश यादव को NSG सुरक्षा वापस देने की मांग ने पकड़ा जोर

कल रात मुरादाबाद में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ दो टीवी पत्रकारों ने जिस तरह सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए जबरदस्ती वन-टू-वन इंटरव्यू के लिए हंगामा खड़ा किया, उससे पूर्व सीएम की सुरक्षा का मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। सोशल मीडिया साइट Twitter पर #NSGforAkhileshYadav काफी तेजी से ट्रेंड होते दिखा। डाइनामाइट न्यूज़ एक्सक्लूसिव:

Updated : 12 March 2021, 5:45 PM IST
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नई दिल्ली/लखनऊ: गुरुवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रेस वार्ता मुरादाबाद में थी। काफी देर तक पत्रकारों के सवालों का जवाब देने के बाद जब पत्रकार वार्ता समाप्त हो गयी फिर अचानक दो टीवी चैनल के पत्रकार अखिलेश के पास आ पहुंचे और उनसे वन-टू-वन इंटरव्यू की जिद करने लगे। 

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अखिलेश ने वन-टू-वन इंटरव्यू के लिए मना कर दिया लेकिन ये दोनों पत्रकार अपनी जिद पर अड़े रहे और सुरक्षाकर्मियों को धक्का दे बार-बार अखिलेश के पास जाने की कोशिश जबरदस्ती करते रहे, जिससे गुस्साये सुरक्षाकर्मियों ने इन दोनों पत्रकारों को जबरदस्ती दूर हटाया। 

इसके बाद कुछ लोग सोशल मीडिया पर यह प्रचारित करने लगे कि अखिलेश की मौजूदगी में इन दोनों पत्रकारों के साथ सपाइयों ने दुर्व्यवहार किया है। इसके जवाब में अखिलेश समर्थकों ने सवाल पूछा कि जब पूर्व सीएम ने वन-टू-वन इंटरव्यू के लिए मना कर दिया तो फिर ये दोनों जबरदस्ती आखिर क्यों सीएम के पास पहुंचना चाहते थे? सपा समर्थक इस घटना को सुरक्षा में बड़ी चूक मान रहे हैं और इसके बाद से ही अखिलेश यादव को NSG कमांडो की सुरक्षा वापस देने की मांग जोर पकड़ने लगी है।  सोशल मीडिया साइट Twitter पर #NSGforAkhileshYadav काफी तेजी से ट्रेंड होते दिखा। 

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गौरतलब है कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश को  NSG कमांडो की सुरक्षा मिली थी लेकिन पद से हटने के बाद ही केन्द्र की भाजपा सरकार ने अखिलेश से NSG सिक्योरिटी वापस ले ली। 

सपा समर्थकों का कहना है कि राज्य के कई पूर्व सीएम को पद से हटने के बाद भी अभी भी NSG कमांडो की सुरक्षा मिली है तो फिर अखिलेश यादव से क्यों भाजपा सरकार ने ये सुरक्षा वापस ली है? इसके पीछे क्या साजिश हैं? इन लोगों का कहना है कि अखिलेश देश के बेहद महत्वपूर्ण विपक्षी नेताओं में से एक हैं। आगामी कुछ महीनों में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में उनको तत्काल NSG सकमांडो की सुरक्षा दी जाय।