भूमाफिया घोषित होने के बाद आहत सपा नेता आजम खान ने कुछ यूं बयां की अपनी दर्द भरी दास्तां..
वरिष्ठ सपा नेता व सांसद आजम खान पर धड़ाधड़ केस दर्ज हुए, आनन-फानन में भूमाफिया घोषित कर दिया गया। मदरसा आलिया की शिकायत पर जौहर युनिवर्सिटी में छापेमारी हुई। पूरे मामले पर उन्होंने क्या कहा, पढ़ें डाइनामाइट न्यूज पर..
रामपुर: समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और रामपुर से सांसद आजम खान की मुश्किलें इन दिनों बढ़ती ही जा रही है। अब तक उन पर 27 मामले दर्ज हो चुके हैं। स्थानीय पुलिस से लेकर ईडी तक अपना शिकंजा कसे हुए है। भूमाफिया का टैग मिलने के बाद पहली बार डाइनामाइट न्यूज़ पर कुछ यूं बयां की अपनी दास्तां।
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पेश हैं कुछ मुख्य बातें..
- कांग्रेस ने जिसके लिए चौकीदार चोर है का नारा वह फिर प्रधानमंत्री बन गया और मैं किताब चोर हूं लेकिन मैने विश्वविद्यालय बना लिया दुनिया मुझे इस नाम से याद रखेगी।
- न्यायालय ने जो फैसला दिया है वह इंसाफ का फैसला है। कोर्ट ने संविधान पर राय देते हुए एक एतिहासिक फैसला दिया था कि गाड़ी के दो पहिए हैं सरकार और न्यायालय, जब सरकार न्याय करने में असमर्थ होने लगती है तब न्यायालय उसे सहारा देता है।
- जब सरकारें अन्याय करती हैं तब न्यायालयों से इंसाफ मिलता रहा है। मुझे न्यायालय से हमेशा इंसाफ मिला है।
- छापेमारी में इतिहास समेत तमाम पुरानी किताबों को ले गए। कई मूल प्रतियां उठाकर लेकर गए पुलिस वाले, जो बेशुमार कीमती हैं। अगर वह उन्हें ले जाकर बेचेंगे तो उन्हें कभी नौकरी नहीं करने की जरूरत पड़ेगी।
- रामपुर में प्रदर्शन में न शामिल होने देने पर उन्होंने कहा कि पुलिस कोई ऐसा कार्य न करे जो एक पिता को ज्यादा दुख दे दे। मेरे बेटे को दो बार हिरासत में लिया जा चुका है 24 घंटे के अंदर। वह अन्याय के खिलाफ लड़ेगा। अभी मेरे साथ लड़ रहा है आगे भी लड़ता रहेगा।
- विश्वविद्याल रामपुर में हैं और उसे मिटाने के लिए दो सरकारें काम कर रही हैं। कटर से ताले काट कर वाइस चांसलर के ऑफिस में घुसे हैं। वहां जकात का लाखों रुपये रखा था वह भी ले गए। तमाम सारे कागजातों को भी लूटकर ले गए।