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आईपीएल में इतनी बड़ी रकम कहां से आती है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में जानिए की क्या है कमाई का हिस्सा
आईपीएल 2025 (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: आईपीएल के आयोजन में पैसा बहाने का एक अलग ही तरीका है। रंगीन क्रिकेट, ग्लैमर, रोमांच और खेल का मजा, सब कुछ एक साथ मिला होता है। हर सीजन में भारी खर्च होता है, लेकिन सवाल उठता है कि इतनी बड़ी रकम कहां से आती है। डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, आईपीएल में पैसा आने के कई सोर्स हैं, जिनमें से सबसे अहम हैं – मीडिया राइट्स और टाइटल स्पॉन्सरशिप राइट्स।
मीडिया और डिजिटल राइट्स
आईपीएल की कमाई का एक बड़ा हिस्सा मीडिया राइट्स से आता है। ये वह राइट्स हैं, जिनके जरिए टीवी चैनल और डिजिटल प्लेटफॉर्म आईपीएल के मैचों का प्रसारण करते हैं। मीडिया राइट्स की कीमत काफी बड़ी होती है, और इसका आधा हिस्सा बीसीसीआई अपने पास रखता है, जबकि बाकी आधा सभी फ्रैंचाइजियों में बांट दिया जाता है।
2008 में, पहले सीजन के दौरान, सोनी ने अगले 10 साल के लिए आईपीएल के टीवी राइट्स 8,200 करोड़ रुपये में खरीदे थे। यह एक बड़ा दांव था, लेकिन यह निवेश सही साबित हुआ। 2018 से 2023 तक, स्टार इंडिया ने आईपीएल के मीडिया राइट्स खरीदे। इसके अलावा, डिजिटली प्लेटफॉर्म्स जैसे डिज्नी+हॉटस्टार भी आईपीएल के मैचों के लाइव प्रसारण का हिस्सा बनते हैं। मीडिया राइट्स से होने वाली कमाई का आधा हिस्सा बीसीसीआई को जाता है और बाकी हिस्सा सभी फ्रैंचाइजी को वितरित किया जाता है।
टाइटल स्पॉन्सरशिप
आईपीएल की कमाई का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत टाइटल स्पॉन्सरशिप राइट्स होते हैं। आईपीएल के नाम के साथ जुड़ने के लिए कंपनियों को भारी रकम चुकानी पड़ती है। टाइटल स्पॉन्सर वह कंपनी होती है, जो आईपीएल के नाम के साथ अपना ब्रांड जोड़ती है। 2022 में, टाटा ग्रुप ने दो साल के लिए 670 करोड़ रुपये में टाइटल स्पॉन्सरशिप राइट्स खरीदे थे। इससे पहले, वीवो ने भी आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सर राइट्स पर दावा किया था, हालांकि 2021 में वीवो ने अपने डील को बीच में तोड़ा और टर्मिनेशन फीस दी।
बीसीसीआई की कमाई
बीसीसीआई को टाइटल स्पॉन्सरशिप से भी भारी रकम मिलती है। 2022-2023 में, बीसीसीआई ने टाइटल स्पॉन्सरशिप और मीडिया राइट्स से कुल 1124 करोड़ रुपये की कमाई की। इस राशि का आधा हिस्सा बीसीसीआई के पास रहता है, जबकि बाकी राशि आईपीएल की टीमों के बीच बांटी जाती है।
टीमों की कमाई
आईपीएल की टीमों को मीडिया राइट्स और टाइटल स्पॉन्सरशिप से मिलने वाली कमाई के अलावा भी कई स्रोत होते हैं। टीमों को टिकट बिक्री, स्टेडियम में आने वाले दर्शकों, और प्रायोजन से भी पैसा मिलता है। इसके अलावा, टीमों का प्रदर्शन और उनकी लोकप्रियता भी कमाई में अहम भूमिका निभाती है।