

सौरव गांगुली को आगामी दक्षिण अफ्रीका टी20 लीग में प्रिटोरिया कैपिटल्स का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। यह उनकी कोचिंग करियर की पहली बड़ी जिम्मेदारी है। इससे पहले उन्होंने आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की कोचिंग टीम का हिस्सा रहकर अनुभव हासिल किया है। उनकी कोचिंग में प्रिटोरिया कैपिटल्स से बड़ी उम्मीदें जुड़ी हैं।
सौरव गांगुली बने हेड कोच (Img: Internet)
New Delhi: पूर्व भारतीय कप्तान और क्रिकेट जगत के लोकप्रिय चेहरे सौरव गांगुली को आगामी दक्षिण अफ्रीका टी20 लीग में प्रिटोरिया कैपिटल्स की कमान सौंप दी गई है। यह गांगुली के लिए कोचिंग करियर का एक नया पड़ाव है, क्योंकि वह पहली बार किसी टीम के मुख्य कोच के पद पर आसीन होंगे। इससे पहले गांगुली आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की कोचिंग टीम का हिस्सा रह चुके हैं, जहां उन्होंने खिलाड़ियों के विकास और टीम रणनीति में अहम भूमिका निभाई थी।
प्रिटोरिया कैपिटल्स ने इस कदम के जरिए अपनी टीम को मजबूत बनाने का संदेश दिया है। गांगुली की कोचिंग में टीम से काफ़ी उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। यह भी गौर करने वाली बात है कि गांगुली इस भूमिका में जोनाथन ट्रॉट की जगह लेंगे, जो पिछले साल से प्रिटोरिया कैपिटल्स की मूल कंपनी जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के क्रिकेट निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। गांगुली के अनुभव और नेतृत्व कौशल से टीम को टी20 लीग में सफलता की उम्मीद है।
🚨 SA20 2025
Sourav Ganguly has been appointed as new head coach of Pretoria Capitals for the fourth season replacing Jonathan Trott in the role, having already acted as the director of cricket for JSW Sports - the parent company of Pretoria Capitals - since last year.#SA2025 pic.twitter.com/QNR6agykP5
— T20 Franchise Rosters (Men) (@t20tracker) August 24, 2025
सौरव गांगुली ने क्रिकेट के मैदान से संन्यास लेने के बाद भी खेल से जुड़ा अपना सफर जारी रखा। 2015 से 2019 तक वह बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रहे और इस दौरान उन्होंने क्रिकेट विकास के कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। 2019 में उन्होंने आईपीएल की टीम दिल्ली कैपिटल्स के मेंटर के तौर पर भी काम किया। इसके बाद गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष भी बने, जहाँ उन्होंने भारतीय क्रिकेट के प्रशासनिक पक्ष को संभाला। इन अनुभवों ने उन्हें एक कुशल कोच और रणनीतिकार बनने में मदद की है।
एक खिलाड़ी के रूप में गांगुली का प्रदर्शन भी अत्यंत प्रभावशाली रहा। उन्होंने भारतीय टीम के लिए 113 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 42.17 की औसत से कुल 7212 रन बनाए। वनडे में उनके नाम 311 मैच और 41.02 की औसत से 11,363 रन दर्ज हैं। टेस्ट क्रिकेट में गांगुली ने 16 शतक लगाए जबकि वनडे में उनका शतक संख्या 22 रही। गांगुली का यह रिकॉर्ड उनके बल्लेबाजी कौशल और टीम को संभालने की क्षमता का प्रमाण है।
सौरव गांगुली का प्रिटोरिया कैपिटल्स के मुख्य कोच के रूप में चयन न केवल उनके लिए एक नया अवसर है, बल्कि यह दक्षिण अफ्रीका टी20 लीग में उनकी कोचिंग प्रतिभा को साबित करने का मौका भी होगा। क्रिकेट के मैदान पर सफल कप्तान रहे गांगुली अब अपने कोचिंग कौशल से भी क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीतना चाहेंगे।