

भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अब ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग में खेलने की तैयारी कर रहे हैं, जहां अभी तक कोई भी भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नहीं खेला है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अश्विन से संपर्क किया है और इस सौदे को लेकर उत्सुकता जताई है।
आर अश्विन (Img: Internet)
New Delhi: भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन मैदान पर लौटने के लिए उतावले हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के साथ-साथ आईपीएल से भी संन्यास ले लिया है, लेकिन उनका क्रिकेट खेलने का जुनून कम नहीं हुआ है। अब उनके पास पेशेवर क्रिकेट जारी रखने के दो विकल्प हैं या तो घरेलू क्रिकेट में तमिलनाडु के लिए खेलना या फिर दुनिया भर की टी20 लीगों में हिस्सा लेना।
अश्विन ने भी माना है कि वे विभिन्न टी20 लीगों में खेलना चाहते हैं। खबर है कि वह खास तौर पर एक ऐसी लीग में खेलने के लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अब तक कोई भी भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नहीं खेला है।
चर्चा यह है कि अश्विन ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग (BBL) में खेलने का नया अध्याय शुरू कर सकते हैं। अगर यह सौदा पक्का होता है, तो अश्विन बीबीएल में खेलने वाले पहले हाई-प्रोफाइल भारतीय क्रिकेटर बन जाएंगे। यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक पल होगा, क्योंकि अब तक इस लीग में कोई भी भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नहीं उतरा है। हालांकि भारतीय मूल के कुछ खिलाड़ी जैसे उन्मुक्त चंद बीबीएल खेल चुके हैं, लेकिन उन्होंने भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है।
अश्विन (Img: Internet)
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग ने अश्विन से आईपीएल से संन्यास लेने के बाद संपर्क किया है। ग्रीनबर्ग ने माना है कि अश्विन जैसे अनुभवी और चैंपियन खिलाड़ी को बीबीएल में लाना लीग और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट दोनों के लिए बेहद फायदेमंद होगा। इस बातचीत ने संकेत दिया है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस सौदे को बहुत गंभीरता से ले रहा है और इसे पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बीबीएल में अश्विन को लाने के लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को कुछ खास प्रबंध करने पड़ सकते हैं, क्योंकि ज्यादातर फ्रेंचाइजी अपने बजट का अधिकांश हिस्सा पहले ही खर्च कर चुकी हैं। सूत्र बताते हैं कि अश्विन को डेविड वॉर्नर की तरह प्रति मैच भुगतान का प्रस्ताव मिल सकता है। वॉर्नर को दो सीजन पहले लगभग 80,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 46 लाख रुपये) प्रति मैच मिलते थे। इसके साथ ही ब्रांड एंडोर्समेंट डील भी इस अनुबंध का हिस्सा हो सकती हैं।
अगर यह सौदा पूरा हो जाता है, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय होगा। कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें भारतीय टीम या आईपीएल में मौका नहीं मिलता, वे बीबीएल का रास्ता अपना सकते हैं। बीसीसीआई विदेशी लीग में खेलने की इजाजत केवल तब देता है जब खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट से संन्यास ले चुका हो।
साथ ही, बिग बैश लीग पिछले कुछ वर्षों से बड़े विदेशी सितारों को आकर्षित करने में असफल रही है। अश्विन की एंट्री इस कलंक को धो सकती है, क्योंकि वे एक विश्व कप विजेता और कई आईपीएल ट्रॉफी जीत चुके हैं।