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दक्षिण अफ्रीका से 0-2 की टेस्ट सीरीज हार के बाद हेड कोच गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनके भविष्य का फैसला बीसीसीआई करेगी। गंभीर ने हार की जिम्मेदारी खुद पर लेते हुए कहा कि किसी एक खिलाड़ी को दोष देना गलत है। टीम की बैटिंग विफलता और मानसिक मजबूती पर गंभीर ने खास टिप्पणी की।
गौतम गंभीर (Img: Google)
New Delhi: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में मिली 0-2 की हार ने भारतीय क्रिकेट में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इसी बीच हेड कोच गौतम गंभीर प्रेस कॉन्फ्रेंस में सामने आए और टीम के प्रदर्शन से लेकर अपने भविष्य तक, हर मुद्दे पर खुलकर बात की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब गंभीर से पूछा गया कि क्या वह टेस्ट क्रिकेट के हेड कोच के रूप में सही व्यक्ति हैं, तब उन्होंने स्पष्ट जवाब दिया कि “यह फैसला बीसीसीआई लेगी। लेकिन याद रखिए कि मैं वही व्यक्ति हूं, जिसके नेतृत्व में भारत ने इंग्लैंड में शानदार प्रदर्शन किया, चैंपियंस ट्रॉफी जीती और एशिया कप अपने नाम किया।” गंभीर ने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसी भी आलोचना से नहीं घबराते और बोर्ड जो भी निर्णय लेगा, उन्हें स्वीकार होगा।
सीरीज हार पर गंभीर ने किसी खिलाड़ी को दोष देने से इनकार करते हुए कहा कि जिम्मेदारी सामूहिक होती है। उन्होंने कहा कि “इस हार की जिम्मेदारी सभी की है और इसका आरंभ मुझसे होता है। एक खिलाड़ी या एक शॉट को जिम्मेदार ठहराना बिल्कुल उचित नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि टीम को खासकर बल्लेबाजी में अधिक अनुशासन और धैर्य की जरूरत है।
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वहीं पहली पारी का जिक्र करते हुए गंभीर ने कहा, “हम 1 विकेट पर 95 से सीधे 7 विकेट पर 122 पर आ गए। यह स्वीकार्य नहीं है।”
गंभीर के कोचिंग कार्यकाल में भारत ने अब तक 18 टेस्ट मैचों में 10 हार का सामना किया है। न्यूजीलैंड के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर मिली हार ने उनकी रणनीति और टीम चयन पर सवाल खड़े किए हैं। गुवाहाटी टेस्ट में भारत को रनों के हिसाब से अपनी सबसे बड़ी हार झेलनी पड़ी, जिसने चर्चा को और तेज कर दिया।
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गंभीर ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ प्रतिभा काफी नहीं होती। “हमें तेज-तर्रार बल्लेबाजों की नहीं, बल्कि सीमित कौशल लेकिन मजबूत मानसिकता वाले खिलाड़ियों की जरूरत है। वही अच्छे टेस्ट क्रिकेटर बनते हैं।”