

जिम्बाब्वे के अनुभवी बल्लेबाज ब्रेंडन टेलर ने साढ़े तीन साल के बैन के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की है। जहां उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में जेम्स एंडरसन को पीछे छोड़ दिया है। इस सीरीज 1-0 से न्यूजीलैंड के आगे है।
ब्रेंडन टेलर (Img: X)
New Delhi: जिम्बाब्वे और न्यूजीलैंड के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला बुलावायो में खेला जा रहा है। इस मैच में जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। पहले टेस्ट में नौ विकेट से हार झेल चुकी जिम्बाब्वे की नजर अब सीरीज बराबर करने पर है। हालांकि, इस मुकाबले में सालों बैन झेलने के बाद वापसी करते हुए ब्रेंडन टेलर ने जेम्स एंडरसन का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
इस मैच में सबकी नज़रें ब्रेंडन टेलर पर टिकी हैं, जो लगभग 3 साल 10 महीने बाद जिम्बाब्वे की प्लेइंग इलेवन में लौटे हैं। उन्होंने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला सितंबर 2021 में आयरलैंड के खिलाफ खेला था। अब वे जिम्बाब्वे के लिए अपना 35वां टेस्ट खेल रहे हैं।
ब्रेंडन टेलर ने एक खास उपलब्धि भी हासिल की। उन्होंने 21वीं सदी में डेब्यू करने वाले क्रिकेटरों में सबसे लंबा टेस्ट करियर (21 साल 93 दिन) दर्ज कर जेम्स एंडरसन को पीछे छोड़ दिया। 1989 के बाद केवल भारत के सचिन तेंदुलकर का टेस्ट करियर उनसे लंबा रहा है, जिन्होंने 24 साल और 1 दिन तक टेस्ट क्रिकेट खेला।
जनवरी 2022 में ICC ने ब्रेंडन टेलर पर साढ़े तीन साल का प्रतिबंध लगाया था। उन्होंने भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के अंतर्गत 2019 की एक घटना से जुड़े चार आरोप स्वीकार किए थे। टेलर ने माना कि उन्होंने भारतीय व्यापारियों से 15,000 डॉलर लिए, जिन्होंने उन्हें मैच फिक्सिंग के लिए उकसाया था, लेकिन उन्होंने कभी कोई मैच फिक्स नहीं किया। उन्हें डोपिंग उल्लंघन का भी दोषी पाया गया था, जिसमें उनके नमूने में कोकीन का मेटाबोलाइट पाया गया था।
जिम्बाब्वे ने टीम में दो बदलाव किए हैं। बेन कुरेन की जगह एक नया सलामी बल्लेबाज शामिल किया गया है और न्यूमैन न्यामहुरी की जगह तेज़ गेंदबाज़ ट्रेवर ग्वांडू को टीम में लिया गया है। दूसरी ओर, न्यूज़ीलैंड को नाथन स्मिथ और विल ओ'रूर्के की चोट से झटका लगा है। माइकल ब्रेसवेल भी द हंड्रेड खेलने इंग्लैंड चले गए हैं।
न्यूजीलैंड ने इस मैच में तीन नए खिलाड़ियों- जैकब डफी, मैथ्यू फिशर और जाचरी फॉल्क्स को टेस्ट डेब्यू का मौका दिया है।
ज़िम्बाब्वे इस साल अपना 9वां टेस्ट मैच खेल रहा है, जो पिछले दो दशकों में एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है। इससे पहले ज़िम्बाब्वे ने 2001 में 11 टेस्ट खेले थे। टेलर की वापसी न सिर्फ टीम के अनुभव को बढ़ाती है, बल्कि उनके करियर की कहानी भी क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।