

वजन घटाने के लिए इस्तेमाल हो रही दवाएं अब आंखों की बीमारियों से जोड़ी जा रही हैं। Semaglutide और Tirzepatide पर हुई नई स्टडीज ने मेडिकल जगत में हलचल मचा दी है। एक्सपर्ट्स ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
New Delhi: वजन घटाने और डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल हो रही नई पीढ़ी की दवाएं अब सवालों के घेरे में हैं। जहां एक ओर ये दवाएं स्वास्थ्य क्षेत्र में 'गेमचेंजर' मानी जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर हालिया शोध से सामने आया है कि इनसे आंखों की गंभीर बीमारियों का खतरा जुड़ा हो सकता है।
अमेरिका के प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल JAMA Network Open में प्रकाशित दो नई स्टडीज के अनुसार, Semaglutide और Tirzepatide जैसी दवाएं आंखों की दो गंभीर समस्याओं Diabetic Retinopathy और NAION (Non-arteritic Anterior Ischemic Optic Neuropathy) से जुड़ी पाई गई हैं।
Semaglutide- यह एक GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट है जो भूख कम करता है और ब्लड शुगर कंट्रोल करता है। इसे टाइप-2 डायबिटीज और मोटापा घटाने में इस्तेमाल किया जाता है।
Tirzepatide- यह GLP-1 के साथ-साथ GIP हार्मोन को भी टारगेट करता है और वजन घटाने में और भी अधिक प्रभावी माना जाता है।
Diabetic Retinopathy- यह डायबिटीज से जुड़ी एक गंभीर आंखों की बीमारी है, जिसमें रेटिना की रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। इससे धुंधला दिखना और धीरे-धीरे अंधापन हो सकता है।
NAION- यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें आंख की नस में अचानक ब्लड फ्लो रुक जाता है और बिना दर्द के विजन लॉस हो सकता है।
पहली स्टडी में देखा गया कि जिन टाइप-2 डायबिटीज मरीजों ने GLP-1 आधारित दवाएं लीं, उनमें Diabetic Retinopathy और NAION का खतरा थोड़ा अधिक पाया गया। हालांकि, कुल मिलाकर इन दवाओं से अंधेपन की गंभीरता में कोई खास इजाफा नहीं देखा गया।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
दूसरी स्टडी में, विशेष रूप से Semaglutide और Tirzepatide लेने वाले मरीजों में Optic Nerve Disorders के मामूली बढ़े हुए मामले दर्ज किए गए।
ये दोनों स्टडीज अब इस बहस को जन्म दे रही हैं कि क्या वजन घटाने की ये दवाएं आंखों के लिए भी उतनी ही सुरक्षित हैं जितनी बाकी अंगों के लिए?
करीब 10 साल पहले Semaglutide के शुरुआती ट्रायल में Diabetic Retinopathy के कुछ संकेत मिले थे, जिसके बाद उच्च जोखिम वाले मरीजों को ट्रायल से बाहर रखा गया था। अब NAION जैसे मामलों के उभरने के बाद यह जरूरी हो गया कि इन दवाओं के आंखों पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर नए शोध किए जाएं।
यूरोपीयन मेडिसिन एजेंसी के अनुसार, Semaglutide लेने वाले प्रत्येक 10,000 मरीजों में से 1 में NAION होने की आशंका है।
क्या अब ये दवाएं लेना बंद कर देना चाहिए?
एक्सपर्ट्स का जवाब है- नहीं।
ये दवाएं डायबिटीज, मोटापा, हार्ट, किडनी और लिवर के लिए काफी फायदेमंद हैं। लेकिन आंखों की सेहत के लिहाज से थोड़ी अतिरिक्त सतर्कता की जरूरत है।
जिन मरीजों को पहले से Diabetic Retinopathy है, वे दवा शुरू करने या डोज बढ़ाने से पहले आंखों की जांच कराएं।
दवा की डोज धीरे-धीरे बढ़ाएं ताकि अचानक ब्लड शुगर ड्रॉप न हो।
आई-स्पेशलिस्ट और डायबिटीज स्पेशलिस्ट के बीच तालमेल रखें।
भविष्य की सभी दवा ट्रायल्स में आंखों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट पर आधारित है, आप किसी भी सुझाव को अमल में आने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। डाइनामाइट न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है।