

ट्रंप की टैरिफ धमकी के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने दमदार शुरुआत की। सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार उछाल ने निवेशकों का भरोसा साबित किया।
सेंसेक्स-निफ्टी ने दिखाई दमदार तेजी (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
New Delhi: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत से आयातित सामानों पर 20-25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने बुधवार को मजबूती के साथ शुरुआत की। बाजार में ट्रंप के बयान का कोई खास असर नहीं देखा गया और दोनों प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स- सेंसेक्स और निफ्टी ने मजबूती दिखाई।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 256 अंकों की छलांग लगाकर 81,594 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 इंडेक्स 69 अंकों की तेजी के साथ 24,980 पर कारोबार करता दिखा। शुरुआती कारोबार में आई इस तेजी से यह साफ हो गया कि निवेशकों का भरोसा बाजार में बना हुआ है, भले ही वैश्विक स्तर पर व्यापार तनाव की आशंका क्यों न हो।
बाजार की नजर आज कुछ खास शेयरों पर टिकी हुई है। इनमें टाटा स्टील, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन, इंटरग्लोब एविएशन (जो इंडिगो की मूल कंपनी है) और हुंडई मोटर कंपनी शामिल हैं। इन कंपनियों की पहली तिमाही के नतीजे आज जारी होने हैं, जो बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
शेयर बाजार में मजबूती के साथ शुरुआत (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
साथ ही, देश की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी डिपॉजिटरी कंपनी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) आज से खुल गया है। कंपनी ने 1,300 करोड़ रुपये का इश्यू पेश किया है और पहले ही एंकर निवेशकों से 1,201 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। यह इश्यू निवेशकों के बीच खासा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
बुधवार को एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख देखा गया। जापान का निक्केई 225 0.12 प्रतिशत नीचे रहा जबकि टॉपिक्स 0.1 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 0.48 प्रतिशत और कोस्डैक में 0.42 प्रतिशत की तेजी रही। वहीं हांगकांग का हैंग सेंग 0.15 प्रतिशत गिरा और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।
अमेरिकी शेयर बाजार से जुड़े फ्यूचर इंडेक्स में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं दिखा। S&P 500 फ्यूचर्स में 0.1 प्रतिशत से भी कम की तेजी दर्ज की गई जबकि नैस्डैक 100 फ्यूचर्स में 0.1 प्रतिशत की मामूली बढ़त रही। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 23 अंक नीचे बंद हुआ। निवेशक अब फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर फैसले और जून तिमाही के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।
डॉलर सूचकांक (DXY), जो अमेरिकी डॉलर की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मजबूती को मापता है, बुधवार सुबह 0.21 प्रतिशत गिरकर 98.72 पर पहुंच गया। भारतीय रुपया भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 0.16 प्रतिशत टूटकर 86.81 पर बंद हुआ।
इस बीच, कच्चे तेल की कीमतों में हल्की तेजी देखी गई। WTI क्रूड 0.05 प्रतिशत बढ़कर 69.24 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जबकि ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 72.60 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार करता नजर आया।
ट्रंप की टैरिफ धमकी और वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय शेयर बाजार में तेजी दिखी है। अब निवेशकों की निगाहें कॉरपोरेट नतीजों, आईपीओ में निवेश के अवसरों और वैश्विक आर्थिक संकेतकों पर रहेंगी, जो निकट भविष्य में बाजार की दिशा तय करेंगे।
नोटः यह खबर केवल जानकारी के उद्देश्य से दी गई है, डाइनामाइट न्यूज़ किसी प्रकार के निवेश की सलाह नहीं देता है।