

डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 25% टैरिफ लगाने के ऐलान से भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। सेंसेक्स करीब 800 अंक टूट गया और निवेशकों के करोड़ो रुपये डूब गए। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा है।
भारतीय शेयर बाजार धड़ाम (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
New Delhi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने के ऐलान ने भारतीय शेयर बाजार में भूचाल मचा दिया है। गुरुवार को बाजार खुलते ही सेंसेक्स करीब 800 अंक टूट गया और निफ्टी भी 200 अंकों की गिरावट के साथ लाल निशान में पहुंच गया। यह बाजार में लगातार पांचवां दिन है जब गिरावट दर्ज की गई है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 786.36 अंक यानी 0.97% गिरकर 80,695.50 के स्तर पर आ गया, जबकि निफ्टी 212.80 अंक या 0.86% टूटकर 24,642.25 पर बंद हुआ।
डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि वह 1 अगस्त से भारत पर 25% टैरिफ लगाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने रूस से भारत द्वारा की जा रही ऊर्जा खरीद पर भी पेनल्टी लगाने की चेतावनी दी। यह घोषणा भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों को लेकर नई अनिश्चितता पैदा कर गई है। इस वजह से बाजार में भारी बेचैनी देखने को मिली और निवेशकों ने तेजी से अपने शेयर बेच दिए।
शेयर बाजार में गिरावट का सबसे ज्यादा प्रभाव मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर पड़ा। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में लगभग 2% तक की गिरावट आई है। इन सेक्टरों में कारोबारियों की निराशा साफ नजर आई और निवेशकों ने जोखिम कम करने के लिए इन शेयरों को जल्दी बेच दिया। इस गिरावट ने बाजार के समग्र स्वास्थ्य को भी प्रभावित किया है।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)
बाजार खुलने के महज 10 मिनट के भीतर ही निवेशकों के करीब 3 लाख करोड़ रुपये डूब गए। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप पिछले सेशन के 452 लाख करोड़ रुपये से घटकर 449 लाख करोड़ रुपये पर आ गया। यह बाजार के लिए एक बड़ा झटका है, जो निवेशकों के मनोबल को भी कमजोर कर रहा है।
ट्रंप के टैरिफ के ऐलान के अलावा, अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों को लेकर बढ़ती अनिश्चितता भी बाजार में कमजोरी का प्रमुख कारण है। अमेरिका ने भारत पर रूस से ऊर्जा खरीदने पर पेनल्टी लगाने की चेतावनी भी दी है, जिससे व्यापार तनाव और बढ़ गया है। इस तरह की नीतिगत अनिश्चितता निवेशकों को सतर्क कर रही है, जिससे बाजार में बिकवाली तेज हो रही है।
पिछले चार ट्रेडिंग सेशन्स में सेंसेक्स करीब 2,100 अंक यानी लगभग 3% गिर चुका है। इसी अवधि में निफ्टी भी 2.5% की गिरावट दर्ज कर चुका है। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के कुल मार्केट कैप में करीब 13 लाख करोड़ रुपये की कटौती हुई है। 23 जुलाई को बीएसई का मार्केट कैप 460.35 लाख करोड़ रुपये था, जो 29 जुलाई तक गिरकर 447 लाख करोड़ रुपये पर आ गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय बाजार में तेजी से उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, इसलिए निवेशकों को सोच-समझकर कदम उठाना चाहिए। ट्रेड डील को लेकर अभी अनिश्चितता बनी हुई है, इसलिए बेहतर होगा कि वे अपनी पूंजी को जोखिम में डालने से पहले आर्थिक और राजनीतिक माहौल को ध्यान में रखें और प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।