

दक्षिण कोरियाई दिग्गज LG की भारतीय यूनिट 11,607 करोड़ रुपये का IPO लॉन्च करने जा रही है। शेयरों का ग्रे मार्केट प्रीमियम ₹140 पर ट्रेड कर रहा है, जो जबरदस्त डिमांड को दिखाता है। यह साल 2025 का तीसरा सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
IPO पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा
New Delhi: देश के शेयर बाजार में एक और बड़ी कंपनी की एंट्री होने जा रही है। दक्षिण कोरिया के दिग्गज एलजी ग्रुप की भारतीय सब्सिडियरी कंपनी LG Electronics India Ltd अपना 11,607 करोड़ रुपये का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) 7 अक्टूबर 2025 को लॉन्च करने जा रही है। यह आईपीओ 9 अक्टूबर 2025 तक निवेश के लिए खुला रहेगा।
IPO से पहले ही कंपनी के शेयर ग्रे मार्केट में मजबूती के साथ ट्रेड कर रहे हैं। जानकारों के अनुसार, LG India का GMP (Grey Market Premium) फिलहाल ₹140 प्रति शेयर चल रहा है, जो निवेशकों के बीच इस आईपीओ की मजबूत मांग को दर्शाता है।
वित्तीय वर्ष 2025 में यह देश का तीसरा सबसे बड़ा आईपीओ होगा। इससे पहले टाटा कैपिटल ने ₹15,500 करोड़ और एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज ने ₹12,500 करोड़ का आईपीओ लॉन्च किया था। LG इंडिया का आईपीओ भी इन्हीं की कतार में शामिल हो गया है, जिससे बाजार में इसकी मजबूत मौजूदगी का संकेत मिलता है।
MP ने बढ़ाई निवेशकों की धड़कनें
कंपनी ने इस आईपीओ के लिए ₹1,080 से ₹1,140 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। वहीं, एंकर निवेशकों के लिए यह आईपीओ एक दिन पहले, 6 अक्टूबर 2025 को खुलेगा। यह IPO पूरी तरह Offer for Sale (OFS) है, यानी इसमें कंपनी नई इक्विटी जारी नहीं कर रही, बल्कि पैरेंट कंपनी LG अपनी 10.18 करोड़ शेयरों की हिस्सेदारी बेच रही है, जो कि लगभग 15% स्टेक के बराबर है। इस आईपीओ से जुटाया गया सारा पैसा मूल कंपनी LG को जाएगा - LG Electronics India को इससे कोई प्रत्यक्ष फंडिंग नहीं मिलेगी।
LG इंडिया के आईपीओ को लेकर बाजार में पॉजिटिव सेंटिमेंट देखने को मिल रहा है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ₹140 चल रहा है, जो कि इसके उच्चतम प्राइस बैंड ₹1,140 से ऊपर है। इसका मतलब यह है कि निवेशक आईपीओ लिस्टिंग के बाद ₹1,280 तक के भाव की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि, विशेषज्ञ मानते हैं कि GMP एक स्पेकुलेटिव इंडिकेटर होता है, लिस्टिंग के समय असली कीमत इससे ऊपर या नीचे हो सकती है।
LG Electronics India की गिनती भारत के प्रमुख कंज़्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड्स में होती है। कंपनी की नोएडा और पुणे में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता 14.51 मिलियन यूनिट्स प्रति वर्ष है। वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू ₹21,352 करोड़ था, जो 2024-25 में बढ़कर ₹24,366.64 करोड़ पहुंच गया। इसी तरह, कंपनी का शुद्ध लाभ भी ₹1,511 करोड़ से बढ़कर ₹2,203 करोड़ हो गया, जो इसके वित्तीय रूप से मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
हालांकि इस आईपीओ से LG Electronics India को प्रत्यक्ष लाभ नहीं मिलेगा, लेकिन यह भारतीय बाजार में कंपनी की ब्रांड पोजिशनिंग और कॉरपोरेट गवर्नेंस को मजबूत करेगा। साथ ही लिस्टेड होने से कंपनी के ऑपरेशन्स में पारदर्शिता और निवेशकों का विश्वास भी बढ़ेगा।
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एलजी इंडिया का आईपीओ उन निवेशकों के लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकता है जो स्थिर मुनाफे वाली मजबूत कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं। कंपनी का ब्रांड, फाइनेंशियल रिकॉर्ड और मार्केट डिमांड इसके आईपीओ को आकर्षक बनाते हैं। हालांकि, निवेश से पहले फाइनेंशियल सलाहकार से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।
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एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का आईपीओ 2025 के सबसे चर्चित सार्वजनिक निर्गमों में से एक बनने की ओर बढ़ रहा है। इसकी वित्तीय स्थिति, ग्रे मार्केट में मजबूत पकड़ और पैरेंट कंपनी की वैश्विक ब्रांड वैल्यू इसे एक भरोसेमंद विकल्प बना सकती है। निवेशकों के लिए यह सही समय है कि वे इस अवसर को परखें और सही निर्णय लें।